धर्म की आड़ में कुकर्म करते हुए आसाराम बापू बेनकाब हो गये हैं. मीडिया में उनकी कारगुजारियों की लंबी–चौड़ी दास्तानें दिखायी–सुनायी जा रही हैं. मेरा मानना है कि आप जैसा काम करेंगे, दुनिया आपको वैसा ही ईनाम और वैसी ही पहचान देगी.
धर्म, आस्था और जीवन की राह बतानेवाले तथाकथित संत आसाराम बापू यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार हो गये हैं और आज कानून के शिकंजे में हैं. भारत साधु–संतों का देश माना जाता है. यहां की जनता खुद पर कम और धर्म का चोला ओढ़े पाखंडियों पर ज्यादा विश्वास करती है. इसी बात का फायदा ढोंगी साधु–संत उठाते हैं.
पिछले ही साल प्रभात खबर ने निर्मलजीत सिंह नरुला उर्फ निर्मल बाबा के धर्म, आस्था और अंधविश्वास के मकड़जाल का पर्दाफाश किया था. लेकिन अंधभक्तों की ‘किरपा’ से फिर उनकी दुकान चल निकली है.
जीतेंद्र कुमार, बरियातु रोड, रांची
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