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इसी मानसिकता से बनेंगे विकसित!
आज हमारा देश विकासशील से विकसित देश बनने की दिशा में अग्रसर है, पर क्या आज हम विकसित कहलाने के लायक हैं? क्या हमारे पास विकसित मानसिकता है? अगर लोगों की मानसिकता विकसित होती, तो भारत जैसे देश में चार और छह बच्चे पैदा करने की बात ही नहीं की जाती. आज साठ साल की […]
आज हमारा देश विकासशील से विकसित देश बनने की दिशा में अग्रसर है, पर क्या आज हम विकसित कहलाने के लायक हैं? क्या हमारे पास विकसित मानसिकता है? अगर लोगों की मानसिकता विकसित होती, तो भारत जैसे देश में चार और छह बच्चे पैदा करने की बात ही नहीं की जाती.
आज साठ साल की बुजुर्ग महिला के साथ बलात्कार हो रहा है, तो किसी के पास रहने के लिए घर नहीं है. किसी के बच्चे भूखे हैं, तो किसी को शिक्षा की समुचित सुविधा नहीं मिल रही है. क्या यही विकसित देश के लोगों का रहन-सहन है?
जाति और धर्म के नाम पर निम्न वर्ग के लोगों में हीन भावना पैदा की जा रही है. राजनीति के माध्यम से वर्ग विशेष को निशाना बनाया जा रहा है. क्या विकसित देशों में भी ऐसे ही लोगों के बीच भेदभाव की भावना पैदा की जाती है?
हरिश्चंद्र महतो, बेलपोस, चक्रधरपुर
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