पिछले कुछ दिनों में देश में चर्चा में रहे जुनैद हत्याकांड की वजह आखिर सामने आ गयी. जुनैद की हत्या बीफ नहीं, सीट विवाद में हुई थी. इससे यह साफ होता है की कोई भी मामले पर बिना सही जानकारी टिप्पणी करना गलत है.
गलत बातों से पुलिस के काम में बाधा तो आती है साथ ही उन पर भारी मात्रा में दबाव बन जाता है. पुलिस को अपना काम करने देना चाहिए और सामाजिक शांति न बिगाड़ने के लिए बाकी लोगों को शांत रहना ही बेहतर है.
खास कर सोशल मीडिया से विचारों के फैलने की गति इतनी तेज होती है कि जहां-जहां यह विचार पहुंचता है वहां गलत तरीके से उन्हें स्वीकार किया जाता है. सही गलत सोचने की जरूरत है क्योंकि सांप्रदायिकता के नाम पर जानबूझकर बहकाने वाले बहुत हैं, उनसे दूर रहने में ही भलाई है.
जयेश राणे, मुंबई, महाराष्ट्र