पटना: राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने केंद्र सरकार पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह सरकार अनावश्यक रूप से कानून के खौफ का वातावरण पैदा कर लोगों को डरा रही है. कानून सख्त होना चाहिए. लेकिन सिविल मामले में क्रिमिनल को नहीं जोड़ा जाना चाहिए. आयकर का कानून सरल होना चाहिए.
एक लाख का जेवर खरीदने पर पैन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है, यह ठीक नहीं है. श्री सिंह शनिवार को होटल मौर्या में फेडरेशन ऑफ पेपर ट्रेडर्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया के तृतीय कार्यकारिणी बैठक में बोल रहे थे. बिहार पेपर मर्चेट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि पैन का हर तरफ मिसयूज हो रहा है. लोगों की प्राइवेसी लगातार खत्म हो रही है. लोकतांत्रिक ढंग से इसका विरोध करना चाहिए. लोकतांत्रिक मूल्य का गला नहीं घोंटना चाहिए. एमएलसी ललन कुमार सर्राफ ने कहा कि सबसे पहले पेपर का निर्माण चाइना से हुआ.
हिंदुस्तान में पेपर आने के बाद पेपर क्रांति आ गयी. लोगों के बीच भ्रम है कि पेपर से जंगल का विनाश होता है, जबकि अन्य माध्यमों से भी पेपर बनता है.
फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णोंदु भट्टाचार्जी ने कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति पेपर की खपत 10 किलोग्राम है, जबकि अमेरिका में यह 229 किलोग्राम, यूरोप में 129 एवं चीन में 75 किलोग्राम है. जबकि बिहार में यह 10 किलोग्राम से भी कम है. मौके पर विजय कुमार, पवन कुमार सुरेका, जीके खेतड़ीवाल, रामपाल अग्रवाल नूतन, गणोश कुमार खेमका, शंकर कुमार खेमका आदि उपस्थित थे.
अपने बूते लेंगे विशेष राज्य का दर्जा
आरसीपी सिंह कहा कि विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा रहा है. अपने बूते विशेष राज्य का दर्जा लेंगे. बिहार में जितना निवेश होना चाहिए. उतना नहीं हो पा रहा है, जबकि यहां पर निवेश की असीम संभावना है. बिहार सत्ता और ज्ञान दोनों का केंद्र रहा है. इतिहास वैभवशाली है. पैकेजिंग के मामले में बिहार पिछड़ा हुआ है. बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष ओपी साह ने कहा कि बिहार में क्राफ्ट मिल की एक इकाई है. यहां काफी संभावनाएं हैं. इसे इन कैश करने की जरूरत है. बिहार अब बढ़ चला है.