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JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का फैसला: उम्मीदवार तय करने को नीतीश अधिकृत, भाजपा से गठबंधन सिर्फ बिहार में
पटना : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों की पहचान और उम्मीदवारों के चयन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया है. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सोमवार को पटना में हुई अहम बैठक में जदयू ने साफ कर दिया कि वह धारा 370 […]
पटना : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों की पहचान और उम्मीदवारों के चयन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया है.
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सोमवार को पटना में हुई अहम बैठक में जदयू ने साफ कर दिया कि वह धारा 370 समेत अन्य पुराने विवादित मामलों में भाजपा से इतर अपने पूर्व के स्टैंड पर कायम है. पार्टी ने कहा कि लक्षद्वीप लोकसभा सीट पर वह अपना उम्मीदवार उतारेगी. प्रदेश कार्यालय में करीब साढ़े तीन घंटे तक चली की बैठक में नीतीश कुमार ने असम में आसू और असम गण परिषद के साथ चुनावी तालमेल की संभावना तलाशने के लिए पार्टी नेताओं को टास्क सौंपा.
माना जा रहा है कि असम की कुछ लोकसभा सीटों पर भी जदयू अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकता है. अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले जदयू का एक प्रतिनिधिमंडल वहां का दौरा करेगा. बिहार और दूसरे प्रदेशों में सीटों की पहचान के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तीन सदस्यीय कमेटी की घोषणा की. कमेटी में सांसद आरसीपी सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी को रखा गया है.
नीतीश कुमार ने कहा कि अब जदयू बिहार में पंचायत स्तर तक पहुंच चुका है. उन्होेंने संगठन को और मजबूत करने के टिप्स दिये. साथ ही कहा कि राज्य की सभी 40 सीटों पर पार्टी की तैयारी हो, ताकि उम्मीदवार एनडीए के किसी भी दल के हों, उनकी जीत सुनिश्चित हो सके. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रविवार की संकल्प रैली में जदयू की मजबूत भागीदारी के लिए पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी. उन्होंने पार्टी के विस्तार और मजबूती के लिए काम करने को कहा, ताकि जदयू फिर से राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कर सके.
बैठक के बाद सांसद आरसीपी सिंह और राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा कि राज्यों के अध्यक्षों व पार्टी की कार्यकारिणी ने बिहार से बाहर चुनाव लड़ने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया है .
उन्होंने बताया की राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुझाव देने के लिए तीन लोगों की कमेटी गठित की गयी, जो यह देखेगी कि कहां- कहां और किन राज्यों में लोकसभा का चुनाव लड़ना है. त्यागी ने कहा कि राम जन्मभूमि के मामले में आपसी सहमति फेल हो चुकी है, इसलिए कोर्ट के आदेश का सम्मान किया जाना चाहिए. प्रेस कान्फ्रेंस में पवन वर्मा भी मौजूद थे.
कार्यकारिणी के पहले दिन के 11 बजे से 12 बजे तक राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई. इसके बाद दोपहर 12 बजे से ढाई बजे तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, राष्ट्रीय महासचिव व सांसद आरसीपी सिंह, राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, बिहार के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह सहित 10 राज्यों के अध्यक्ष सहित 85 कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे.
भाजपा से गठबंधन सिर्फ बिहार में
केसी त्यागी ने कहा कि भाजपा के साथ हमारा गठबंधन सिर्फ बिहार में है. अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने के लिए पार्टी स्वतंत्र है. पार्टी लक्षदीप के साथ-साथ उत्तर पूर्व के राज्यों में भी चुनाव लड़ेगी. इन जगहों पर हमारा संगठन मजबूत है. झारखंड, मध्य प्रदेश, यूपी, राजस्थान छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव है. पार्टी उन जगहों पर भी अपनी संभावना देखेगी, जो समाजवादियों का गढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि पार्टी के पुराने गौरव को पाने के लिए संगठन को मजबूत किया जायेगा. पार्टी फिर से राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने का प्रयास करेगी. उन्होंने बताया कि अरुणाचल प्रदेश की स्थिति जानने के लिए मंगलवार उत्तर पूर्व के प्रभारी आफाक खान और एसएनएस लोथा इटानगर जायेंगे.
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