नयी दिल्ली : आम बजट 2017 पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए राजकोषीय घाटा 3.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. जेटली ने बजट भाषण में कहा कि राजकोषीय घाटा वर्ष 2017-18 में जीडीपी का 3.2 फीसदी रखने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही वर्ष 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का फीसदी रखने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष में राजस्व घाटा जीडीपी का 1.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने 50 करोड़ रुपये सालाना तक का कारोबार करने वाली कंपनियों पर कंपनी आयकर की दर घटाकर 25 प्रतिशत की गयी है. पहले यह 30 फीसदी था. छोटे कारोबारियों के लिए अनुमानित कर देनदारी के लिए कारोबारी सीमा एक करोड़ रुपये से बढ़ाकर दो करोड़ रुपये की गयी है.
व्यक्तिगत कर की सीमा में भी बदलाव किया गया है. अब 2.5 लाख रुपये से 5 लख रुपये तक सालाना आय वाले लोगों कों 10 फीसदी की जगह केवल 5 फीसदी ही कर देना होगा.