देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच कल से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. संसद के इस मानसून सत्र में इस बार नजारा बदला-बदला सा रहेगा. वहीं सरकार ने दोनों सदन चलाने के टाइमिंग अलग-अलग जारी किया है, जिससे सदन में कोरोना का संक्रमण न फैले. कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार ने सर्वदलीय बैठक भी नहीं बुलाई है.
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार ने संसद कै मानसून सत्र से के दिन पहले सर्वदलीय बैठक को स्थगित कर दिया है. सर्वदलीय बैठक लोकसभा स्पीकर के आवास पर बुलाई जाती है, जिसमें सरकार और विपक्ष के बीच आपसी सहमति बनती है. सर्वदलीय बैठक में ही सरकार मुख्य विधेयकों पर विपक्ष की सहमति लेती है.
18 दिन का सत्र– बता दें कि इस बार संसद का मानसून सत्र18 दिनों का है. सत्र की शुरूआत सोमवार से होगी मंगलवार को लोकसभा का समय बदल जाएगा. इस बार संसद में प्रश्नकाल नहीं होंगे, इसके अलावा, सरकार की कोशिश सत्र के दौरान अधिक से अधिक बिल पास कराने की रह सकती है.
सत्र को लेकर ये है तैयारी- बता दें कि सरकार सत्र को लेकर तैयारी पूरी कर ली है. कोविड-19 की छाया में 14 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र के दौरान सांसदों, कर्मचारियों सहित करीब 4000 लोगों के लिये कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हजारों की संख्या में मास्क, दास्ताने, सैकड़ों सैनिटाइजर की बोतलें, चेहरे ढकने का आवरण या फेस शिल्ड सहित 18 दिनों के सत्र के लिये कई अन्य व्यवस्थाएं की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि सम्पूर्ण संसद परिसर की समस-समय पर साफ सफाई और सैनिटाइज किया जायेगा, वहीं विभिन्न संसदीय कागजातों के अलावा जूता-चप्पल एवं सांसदों के कारों को भी सैनिटाइज करने की व्यवस्था होगी.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 94,372 नए मामले सामने आए और 1,114 मौतें हुईं. देश में #कोरोन पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 47,54,357 है जिसमें 9,573,175 सक्रिय मामले, 37,02,596 ठीक/डिस्चार्ज/विस्थापित मामले, 78,586 मौतें शामिल हैं.
Posted by : Avinish Kumar Mishra