भारत-चीन सीमा पूर्वी लद्दाख में 28 महीने से जारी गतिरोध खत्म होने के कगार पर है. 12 सितंबर तक दोनों देशों की सेना पीछे हट जायेंगी. इस बीच एएनआई के हवाले से खबर है कि भारतीय सेना लद्दाख सेक्टर में सिंधु नदी पर पुल बनाया है. जिससे चीन की नापाक इरादे का मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना दे पायेगी.
सिंधु नदी पर बनाये गये पुल पर फर्राटा भर रही हैं सेना के वाहन
भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स ने लद्दाख सेक्टर में सिंधु नदी पर जो पुल तैयार किया है, उसमें सेना की गाड़ियां फर्राटा दौड़ रही हैं. सेना के भारी से भारी वाहन उस पुल पर आसानी से आना-जाना कर पा रही हैं. पुल निर्माण का वीडियो भी वायरल हो रहा है.
चीन को मुंहतोड़ जवाब देगा भारत
चीन सीमा से सटे लद्दाख सेक्टर में भारतीय सेना द्वारा सिंधु नदी में बनाये गये पुल से जवानों का काफी फायदा होगा. भारतीय सीमा पर चीनी सेना की गतिविधि हमेशा जारी रहती है. वैसे में भारतीय सेना ड्रैगन को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है.
सेना प्रमुख ने लद्दाख में उड़ाया अपाचे हेलीकॉप्टर
सेना प्रमुख मनोज पांडे ने लद्दाख के दो दिवसीय दौरे में भारतीय सेना की ताकत अपाचे हेलीकॉप्टर में उड़ान भरी. इस दौरान उन्हें अपाचे हेलिकॉप्टर की विशेषताओं से परिचित कराया गया और इसकी क्षमताओं तथा भूमिकाओं के बारे में जानकारी दी गई.
पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से सैनिकों की वापसी के बीच सेना प्रमुख का लद्दाख दौरा
लद्दाख के गोगरा-हॉटस्प्रिंग इलाके से भारतीय और चीनी सेना के पीछे हटना शुरू करने के दो दिन बाद थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में समग्र सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा की. जनरल पांडे क्षेत्र में तैनात अधिकारियों और सैनिकों के साथ बातचीत के अलावा पर्वत प्रहार सैन्य अभ्यास का भी गवाह बने. इस अभ्यास में तोप और अन्य प्रमुख हथियार प्रणालियों की परिचालन क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया.
चीन सीमा पर भारतीय सेना की तैयारियों के बारे में सेना प्रमुख ने लिया जायजा
जनरल पांडे को भारतीय सेना की युद्ध की समग्र तैयारियों के अलावा भारत और चीन के सैनिकों के गोगरा-हॉटस्प्रिंग इलाके से हटने की जानकारी भी दी गई. लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने जनरल पांडे को पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से दोनों पक्षों की सेना के वापस हटने सहित समग्र सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया.