चेन्नई : अगले महीने 24 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनावों के पहले पार्टी को एकजुट रखने के प्रयासों के तहत द्रमुक ने निलंबित नेता एम के अलागिरि से नजदीकी रखने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की आज चेतावनी दी.
द्रमुक महासचिव के अंबझगन ने आरोप लगाया कि अलागिरि अपने समर्थकों के साथ बैठक कर भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं और उनसे संपर्क रखने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर अलागिरि अपने रुख में नरमी देते प्रतीत हुए. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी के खिलाफ काम नहीं किया है. उन्होंने मदुरै में कहा, ‘‘ मैंने कभी भी पार्टी के खिलाफ काम नहीं किया और चकित हूं कि आलाकमान ने उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों की. मैं सिर्फ पार्टी में मौजूद ‘अव्यवस्था’ और ‘भ्रम’ को सही करने का प्रयास कर रहा था.’’ पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि के पुत्र अलागिरि ने भविष्य के कदम के बारे में फैसला करने के लिए दो दिन पहले मदुरै में अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी. उसके बाद पार्टी ने यह चेतावनी दी है.
पार्टी ने अलागिरि को टिकट देने से इंकार कर दिया था और उन्होंने हाल ही में द्रमुक को असहज स्थिति में डालते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी. पार्टी महासचिव के अंबझगन ने यहां एक बयान में कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अनुशासनिक कार्रवाई की चेतावनी अलागिरि को अलग थलग करने के मकसद से भी है जिनका तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्से में खासा प्रभाव है. पार्टी ने जनवरी में अलागिरि को निलंबित कर दिया था.