नयी दिल्ली : पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण में सफाई के मामले में टॉप पर रहा मैसुरु इस बार पिछड़ कर पांचवें नंबर पर आ गया है.ताजासर्वेक्षण में मध्यप्रदेश ने कर्नाटक को पछाड़ दिया है. पहले स्थान पर इंदौर है, तो प्रदेश की राजधानी दूसरे स्थान पर काबिज हो गयी है. सबसे स्वच्छ शहरों में तीसरे नंबर पर विशाखापत्तनम है. स्वच्छ सर्वेक्षण में झारखंड और छत्तीसगढ़ की स्थिति जानने के लिए यहां क्लिक करें..
बिहार, झारखंड के किसी शहर को टॉप-10 शहरों में जगह नहीं मिली है. झारखंड के चास को टाॅप-50 में जगह मिली है. सूची में यह शहर जमशेदपुर और रांची को पछाड़ते हुए 41वां स्थान हासिल किया है. 434 स्वच्छ शहरों की सूची में बिहार के दो शहर कटिहार और बगहा क्रमश: 430वें और 432वें स्थान पर हैं. सर्वेक्षण रिपोर्ट में झारखंड और छत्तीसगढ़ की तारीफ की गयी है. कहा गया है कि इन दोनों राज्यों के शहरों ने अपनी स्थिति में काफी सुधार किया है. शहरों की पूरी लिस्ट और उसकी रैंकिंग देखने के लिए क्लिक करें…
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सफाई के मामले में टॉप-50 शहरों में गुजरात के 12 और मध्यप्रदेश के 11 शहर हैं. लिस्ट में महाराष्ट्र के तीन और तमिलनाडु के चारशहरोंने अपनी जगह बनायी है. दिल्ली का एनडीएमसी इलाका टॉप-50 में है, लेकिन दिल्ली के बाकी तीनों नगर निगम टॉप-100 में भी जगह नहीं बना सके. पिछले साल चौथे नंबर पर रहा दिल्ली का एनडीएमसी सफाई के मामले में इस बार सातवें स्थान पर पहुंच गया है.
उत्तर प्रदेश से सिर्फ वाराणसी को टॉप-50 में जगह मिल पायी. बिहार, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा का कोई भी टॉप-50 में जगह नहीं बना पाया. बिहार के 27 शहरों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें 19 शहर टॉप-300 से बाहर रहे. बिहारशरीफ को सबसे अच्छी रैंकिंग मिली, जो 147वें स्थान पर रहा. सर्वे में 27 में से 15 शहर नीचे से टॉप-100 में रहे.
पश्चिम बंगाल के सर्वेक्षण में भाग नहीं लेने के कारण इस राज्य के किसी शहर को रैंकिंग में शामिल नहीं किया गया है.
उत्तर प्रदेश का गोंडा सबसे गंदा शहर
सफाई के मामले में उत्तर प्रदेश का गोंडा शहर सबसे फिसड्डी साबित हुआ. 434 शहरों के सर्वे में वह अंतिम पायदान पर रहा. 433वेंस्थान पर महाराष्ट्र का भुसावल शहर है. सबसे गंदे शहरों की बात करें, तो टॉप-50 में से 25 जगहों पर अकेले यूपी का कब्जा है. गंदे शहरों में बिहार के नौ, राजस्थानऔर पंजाब के पांच-पांच शहर हैं.
स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत का आधार
दिल्ली को लगा जोरदार झटका
दिल्ली का एनडीएमसी इलाकेका सफाई व्यवस्थाकेमामले मेंप्रदर्शनपिछले साल से बेहद खराब रहा. वह इस बार सातवें स्थान पर रहा, जो पिछले साल चौथे नंबर पर था. दिल्ली छावनी बोर्ड 172वें नंबर पर आया है. ईस्ट एमसीडी का 434 शहरों की लिस्ट में 196वां नंबर है. इसी तरह से साउथ एमसीडी 202वें नंबर पर रही. नाॅर्थ एमसीडी सफाई के मामले में 279वें नंबर पर है.
टॉप-100 में एनसीआर के सिर्फ दो शहर
एनसीआर के सिर्फ दो शहर टॉप-100 में जगह बना पाये. करनाल 65वें और फरीदाबाद 88वें नंबर पर रहा. गुरुग्राम 112वें नंबर पर है. उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद टॉप-300 में भी नहीं आया.वह 351वें नंबर पर है.
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टाॅप-10 शहर
रैंकिंग | शहर | प्रदेश |
01. | इंदौर | मध्यप्रदेश |
02. | भोपाल | मध्यप्रदेश |
03. | विशाखापत्तनम | आंध्रप्रदेश |
04. | सूरत | गुजरात |
05. | मैसूर | कर्नाटक |
06. | तिरुचिरापल्ली | तमिलनाडु |
07. | नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद | नयी दिल्ली |
08. | नवी मुंबई | महाराष्ट्र |
09. | तिरुपति | आंध्रप्रदेश |
10. | बड़ोदरा | गुजरात |
सबसे गंदे 10 शहर
रैंकिंग |
|
प्रदेश | |
425. | खुर्जा | उत्तर प्रदेश | |
426. | शाहजहांपुर | उत्तर प्रदेश | |
427. | अबोहर | पंजाब | |
428. | मुक्तसर | पंजाब | |
429. | बहराइच | उत्तर प्रदेश | |
430. | कटिहार | बिहार | |
431. | हरदोई | उत्तर प्रदेश | |
432. | बगहा | बिहार | |
433. | भुसावल | महाराष्ट्र | |
434. | गोंडा | उत्तर प्रदेश |