नयी दिल्ली: भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी के उस दावे का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महात्मा गांधी की हत्या में शामिल नहीं था. आडवाणी ने संघ के खिलाफ निंदा अभियान चलाने पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया.
आडवाणी ने सरदार पटेल पर लिखी राजमोहन की पुस्तक के अंशों को भी उद्धृत किया और कहा कि देश के पहले गृह मंत्री को आजाद भारत में उचित सम्मान नहीं दिया गया.सन 1948 में तत्कालीन गृहमंत्री पटेल द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु को लिखे पत्र का हवाला देते हुए आडवाणी ने कहा कि ‘‘कई जांचों में पता चला है कि संघ और गांधीजी की हत्या में कोई संबंध नहीं है.’’
नेहरु को लिखे पटेल के पत्र को राजमोहन की पुस्तक में प्रकाशित किया गया है जिसके मुताबिक, ‘‘सभी आरोपियों ने लंबे और विस्तृत बयान दिये हैं. इन बयानों से साफ होता है कि संघ इनमें किसी तरह शामिल नहीं था.’’ कुछ दिन पहले ही भाजपा ने महात्मा गांधी की हत्या के पीछे संघ का हाथ होने संबंधी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर उनके खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस में बहस तेज होने के बीच आडवाणी ने कहा कि ‘‘राजमोहन की पुस्तक ने महात्माजी की हत्या के संदर्भ में संघ के खिलाफ कांग्रेस के निंदा अभियान को प्रभावी तरीके से उजागर कर दिया है.’’