नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आज इन खबरों को पूरी तरह से अटकलबाजी करार दिया कि रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन कर सकती है. पार्टी ने कहा कि पासवान पहले व्यक्ति थे जिन्होंने गुजरात दंगों के मुद्दे पर राजग छोड़ा था. केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि जो कुछ चीजें सार्वजनिक तौर पर चल रही है उस बारे में मेरी तात्कालिक प्रतिक्रिया यही होगी कि यह पूरी तरह से अटकलबाजी है.
पासवान की चर्चा करते हुए तिवारी ने कहा कि उस व्यक्ति को जिसने गुजरात दंगों के सवाल पर सरकार छोड़ दी थी उसके लिए यू टर्न लेना कठिन होगा और वह भी यह समझते हुए कि 2002 की घटनाओं से उपजे मुद्दे अभी भी अनसुलझे बने हुए हैं. तिवारी ने कहा कि पासवान ने ऐसे समय वाजपेयी सरकार से निकलना पसंद किया जब इसी तरह की आशंकाओं के बावजूद बहुत सारे अन्य लोग राजग के साथ बने रहे थे. लोजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कल कहा था कि उनकी पार्टी ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ जाने का निर्णय किया है.
पासवान के आवास पर लोजपा नेताओं की हुई एक बैठक के बाद पूर्व सांसद और पार्टी के नेता सूरजभान सिंह ने संवाददाताओं को बताया ‘‘लोजपा और भाजपा के बीच गठबंधन को अंतिम रुप दे दिया गया है.’’ हालांकि लोजपा महासचिव अब्दुल खालिक ने प्रेस ट्रस्ट को बताया कि अंतिम निर्णय नहीं किया गया है और लोजपा का संसदीय बोर्ड ही यह फैसला कर सकता है.
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस और राजद से क्या गठबंधन की संभावनाएं समाप्त हो चुकी हैं, खालिक ने कहा, ‘‘ये अभी समाप्त नहीं हुई हैं, बातचीत जारी है.’’ लोजपा के भाजपा के करीब आने और कांग्रेस राजद से गठबंधन टूटने के प्रश्न पर पासवान ने कहा, ‘‘हां, मैं यह मानता हूं कि (कांग्रेस और राजद के साथ) गठबंधन नहीं होने के बारे में तस्वीर साफ नहीं होने के कारण पार्टी नेताओं में बदगुमानी है. इसीलिए हम बहुत जल्दी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाने जा रहे हैं जिसमें भविष्य की रणनीति पर निर्णय किया जाएगा.’’ इस सवाल पर कि बिहार में गठबंधन के लिए क्या भाजपा से वार्ता हो रही है, खालिक ने केवल इतना कहा, ‘‘मैं उसमें शामिल नहीं हूं.’’ सूत्रों का हालांकि कहना है कि बिहार से लोजपा के नेता भाजपा के साथ बातचीत में शामिल थे. भाजपा के सांसद शाहनवाज हुसैन ने कुछ दिन पहले लोजपा नेताओं से बातचीत की और कुछ दिन पहले 14 जनवरी को भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद पासवान के यहां गए थे.
उस समय भाजपा ने अपने नेताओं की लोजपा नेता से मुलाकात को खास नहीं बताने का प्रयास किया था.पूर्व सांसद और लोजपा नेता सूरजभान सिंह ने कल कहा है कि लोजपा भाजपा से गठबंधन करेगी और शीघ्र ही इसकी घोषणा होगी. खालिक ने हालांकि कहा कि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है और लोजपा का संसदीय बोर्ड ही आखिरी निर्णय करेगा.सूत्रों ने बताया कि लोजपा ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से उन 10 सीटों की सूची कांग्रेस को दी है जिनपर वह चुनाव लड़ना चाहती है. उनके अनुसार बाद में उसने इसमें से एक सीट कम भी करदी. लोजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में राजद से मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन उसका खाता नहीं खुला.