जयपुर : राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा है कि भाजपा लोकसभा चुनाव तक प्रदेश में खराब माहौल बनाए रखना चाहती है और स्थायी योजनाएं कोई भी सरकार बंद नहीं कर सकती है.गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार ने साठ दिन की योजना में मेट्रो, रिफाइनरी, पेंशन, नि:शुल्क दवा योजना एवं अन्य फ्लैगशिप योजनाएं समाप्त करने के नारे के साथ ढाई महीने निकाल दिये.
अब, विधानसभा में मेरे खिलाफ विषेशाधिकार हनन का प्रस्ताव लाकर वह चार से छह महीने और निकालना चाहती है ताकि लोकसभा के चुनाव निकल जाये. कांग्रेस नेता ने कल कहा कि लोकसभा चुनाव निकल जाने तक भाजपाई ऐसा खराब माहौल बनाये रखना चाहते हैं कि पिछली कांग्रेस सरकार के वित्तीय प्रबन्ध से देखो कितनी हालत खराब हो गयी है. हकीकत में, राजस्थान की वित्तीय स्थिति इतनी अच्छी बनी हुई है कि ये चाहते तो ढाई महीने में कुछ काम करके अच्छा प्रभाव डाल सकते थे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर योजनाओं में कुछ कमी थी, तो उनको दूर करने के प्रयास करते और उन्हें मजबूत करने की बात करते तो ज्यादा अच्छा होता. गहलोत ने कहा कि आज दवाइयों की आपूर्ति कम हो गयी. दो महीने से जानबूझकर लोगों को पेंशन नहीं दी जा रही है, जिससे लोगों को लगे कि यह तो चुनाव तक की ही योजना थी जबकि वास्तव में यह स्थायी योजना है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थायी योजनाएं कोई सरकार खत्म नहीं कर सकती. गहलोत ने भाजपा सरकार को आडे हाथों लेते हुए कहा की आज जानबूझकर जहां सड़के नहीं बन रही है वहां पैसा निकल रहा है. स्वायत्तशासी विभाग की जो संस्थायें है, वहां राशि निकाली जा रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा इस प्रकार का माहौल बनाकर लोकसभा चुनाव में जाना चाहती है कि लोगो को गुमराह कर सके. चार महीने के काम-काज पर जनता के सवाल से बचने के लिए ऐसे फैसले करवाए जा रहे हैं जिससे लोगों को भ्रमित किया जा सके. गहलोत ने कहा कि वर्ष 2008-09 में 15 हजार करोड़ रुपये का बजट था.कांग्रेस सरकार उसे बढ़ाकर 40 हजार 500 करोड़ रुपये तक ले गई. अब भाजपा सरकार ने 46 हजार करोड़ के आस-पास का बजट पेश किया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की उपलब्धियां इस रुप में रही कि राजस्व किस रुप में इकठ्ठा किया गया, क्या-क्या तरीके अपनाये गये, क्या सरलीकरण किया गया व्यापार जगत हो, उद्योग जगत हो, रॉयल्टी हो सभी तरह से आमदनी बढ़ी, और राजस्व बढ़ा.