इन्दौर: मध्यप्रदेश के इन्दौर जिले में 108 एम्बुलेंस सेवा ने करीब 81,000 जरुरतमंद लोगों को आपातकालीन सेवा देकर अपनी उपयोगिता साबित की है. इसमें 582 प्रसव तो 108 एम्बुलेंस में ही हुये हैं. राज्य के पूर्व चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र हार्डिया ने जीवीकेएमआरआई संजीवनी 108 सेवा द्वारा आयोजित ई एम केयर अवार्ड समारोह में आज यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि 108 संजीवनी इंदौर जिले में अक्ट्रबर 2009 में प्रारंभ की गयी. अब तक इस सेवा के जरिये 81,563 लोगों को आपातकालीन सेवायें देते हुये प्री हॉस्पिटल केयर की सेवा दी गयी. इनमें 21,940 दुर्घटनाग्रस्त लोगों को आपातकालीन सेवायें दी गयी तथा 28,728 गर्भवती माताओं को अस्पताल तक पहुचाया गया. इसके अलावा 582 प्रसव तो 108 एम्बुलेंस में ही करवाये गये. उन्होंने बताया कि 4347 अति गंभीर मामलों में प्रभावितों की जीवनरक्षा की गयी तथा पुलिस के 4178 आपातकालीन मामलों में भी 108 सेवा ने सहायता प्रदान की.
हार्डिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने में 108 सेवा का अहम योगदान है. संभाग स्तर से प्रांरभ कर इसका विस्तार प्रत्येक जिले एवं ब्लाक तक किया गया है. मंडला, शहडोल और झाबुआ जैसे पिछड़े जिलों में 108 सेवा के कारण स्वास्थ्य सेवायें सुगम बन सकी हैं.उन्होंने कहा कि इस सेवा ने अपनी मेहनत, ईमानदारी और त्वरित सेवा से जनता का भरोसा जीता है. समारोह में इंदौर जिले की पलासिया 108 सेवा टीम के सदस्य दिनकर भाड़े एवं सुरेश मंडलोई को ईमानदारी, चरित्र, तत्परता, एवं मरीज की बेहतर देखभाल के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार ‘108 सेवियर अवार्ड ऑफ द मन्थ’ प्रदान किया गया.