नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या को भारत की आत्मा पर आघात करार देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई न्याय के सभी सिद्धांतों के विरुद्ध होगी और तमिलनाडु सरकार से इस दिशा में आगे नहीं बढ़ने को कहा गया है क्योंकि यह कानूनी रुप से मान्य नहीं होगा.
प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा कि किसी भी सरकार या पार्टी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नरम नहीं पड़ना चाहिए. प्रधानमंत्री तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक सरकार के फैसले का हवाला दे रहे थे जिसने उच्चतम न्यायालय के राजीव गांधी हत्या मामले में मौत की सजा प्राप्त तीन दोषियों की सजा को उम्र कैद में बदलने के फैसले के बाद कल इस मामले में सभी सात दोषियों को रिहा करने का फैसला किया था.
सरकार के उच्चतम न्यायालय में इस फैसले के खिलाफ समीक्षा याचिका दायर करने के बाद मनमोहन ने अपने बयान में कहा, राजीव गांधी की हत्या भारत की आत्मा पर आघात थी.उन्होंने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री और हमारे महान नेता एवं कई निर्दोष भारतीयों के हत्यारों को रिहा करना न्याय के सभी सिद्धांतों के विरुद्ध होगा.मनमोहन ने कहा कि केंद्र ने तमिलनाडु सरकार को सूचित कर दिया है कि राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई की प्रस्तावित प्रक्रिया कानूनी रुप से मान्य नहीं होगी और उन्हें इस पर आगे नहीं बढ़ना चाहिए.