मेरठ:शूगर की बीमारी में कथित रुप से खीर खाने की सलाह देने पर निर्मल बाबा के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर करने वाले प्रोफेसर के खिलाफ अब निर्मल बाबा की तरफ से थाना मेडिकल में मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा अदालत के आदेश पर दर्ज किया गया. आरोप है कि प्रोफेसर अदालत में दायर मुकदमा वापस लेने के एवज में निर्मल बाबा से 50 लाख की मांग कर रहा है.
थाना मेडिकल पुलिस ने बुधवार को बताया कि मुकदमा निर्मल बाबा के पुत्र सुप्रीत बरुला की तरफ से दर्ज कराया गया है. पुलिस के अनुसार सुप्रीत बरुला ने अदालत में दायर अपने आवेदन में शाहपुर डिग्गी निवासी और बागपत में एक कॉलेज में प्रोफेसर हरीश वीर और शास्त्रीनगर निवासी डॉक्टर राजकुमार पर आरोप लगाया कि इन्होंने फर्जी दस्तावेज बनाकर निर्मल बाबा के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर किया. अब मुकदमा वापस लेने के लिए 50 लाख रुपये की मांग की जा रही है. अदालत के आदेश पर मेडिकल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
पुलिस के अनुसार वादी सुप्रीत ने हरीशपाल को शुगर मरीज बताने वाले फर्जी सर्टिफिकेट की कापी के साथ कुछ और दस्तावेज भी दिए हैं,जिनकी गहराई से छानबीन की जा रही है. बता दें कि गढ़ रोड शाहपुर डिग्गी निवासी प्रोफेसर हरीशवीर ने निर्मल बाबा के खिलाफ करीब एक साल पहले मेरठ की एक अदालत में मुकदमा दर्ज कराया था. हरीशवीर का कहना था कि वह शुगर के मरीज हैं और निर्मल बाबा ने दवा के रुप में उन्हें अधिक मीठी खीर खाने की सलाह दी. खीर खाने पर उनकी हालत बिगड़ गई. इस मामले में अदालत ने निर्मल बाबा को तलब किया था.