नागपुर: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने पिछले 10 साल के दौरान देश में कृषि क्षेत्र में हुई ‘जबर्दस्त प्रगति’ के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार की आज सराहना की.यहां पांच दिवसीय राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी ‘कृषि वसंत, 2014’ का उद्घाटन करने के बाद मुखर्जी ने कहा, ‘‘ इन दस वर्षों में हमने विभिन्न फसलों के उत्पादन में जबर्दस्त उपलब्धि हासिल की है.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 10 वर्ष से कृषि मंत्री के तौर पर काम कर रहे पवार ने कृषि क्षेत्र को ‘एक नई दिशा’ दी है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने की. इस अवसर पर पवार के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे. इस बीच, राष्ट्रपति ने नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योग जगत से किसानों के साथ हाथ मिलाने का आग्रह किया.मुखर्जी ने कहा कि भारत खाद्यान्न के लिए अब विदेशों पर निर्भर नहीं रह गया है, बल्कि इसके उलट वह अपनी उपज का निर्यात करने की स्थिति में है. यह उद्योग और कृषि क्षेत्र के लिए एक मंच पर साथ आने का उपयुक्त समय है ताकि नवीनतम प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर कृषि उत्पादन बढ़ाया जा सके.
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत चावल का निर्यात करने वाला दुनिया का अव्वल निर्यातक है, जबकि गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है. दलहन के निर्यात में भी भारत पीछे नहीं रह गया है. केंद्रीय वित्त मंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल याद करते हुए मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने देश के पूर्वी भाग में चावल का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया था जिसके नतीजे अब सामने आने लगे हैं.