ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के छात्र निदो तानिया के माता-पिता ने कहा है कि वे देश के अन्य हिस्सों में पूर्वोत्तर समुदाय के प्रति भेदभाव के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेंगे. संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) निदो पवित्र और उनकी पत्नी मरीना निदो ने कल यहां संवाददाताओं से कहा, हमारा बेटा अब स्वर्ग से कभी वापस नहीं आएगा लेकिन उसका बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, हम मुख्यमंखी नाबम तुकी के नेतृत्व में विधायकों के एक दल के साथ जल्द ही दिल्ली जाएंगे ताकि एक नस्ल विरोधी कानून को लागू करने, नस्लवाद विरोधी प्रतीक के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी में तानिया की प्रतिमा स्थापित करने और देश के किसी भी हिस्से में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए दबाव बनाया जा सके. नयी दिल्ली के लाजपतनगर बाजार में दुकानदारों ने कथित रुप से तानिया की पिटाई की थी जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी.