श्रीनगर: 71वीं संयुक्त राष्ट्र आम सभा (यूएनजीए) में बुधवार को पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ द्वारा कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी को इंतीफादा का चेहरा बताया जिसकी भारत में कड़ी आलोचना हो रही है. शरीफ ने अपने भाषण के दौरा वानी को कश्मीर का “युवा नेता” भी बताया जिससे कश्मीरी खफा हैं.
Conditions in J&k are diff what PM Sharif depicted in UN. Militancy is initiated by our neighbours & sent to our country: Mohd Nazeer Mughal
— ANI (@ANI) September 22, 2016
पुंछ के रहने वाले मोहम्मद शरीफ क़ासमी ने कहा है कि पाकिस्तान को भारत के मामलों में दखल देने की जरूरत नहीं है. उन्हें पहले अपने देश को देखना चाहिए. कासमी ने कहा कि पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ को अपने देश की स्थिति को पहले ठीक करने की ओर ध्यान देने की जरूरत है. बलूचिस्तान में जो अत्याचार पाकिस्तानी सरकार की ओर किया जा रहा है वह किसी से छुपा नहीं है. शरीफ पहले बलूचिस्तान को देखें फिर आजाद कश्मीर का मुद्दा उठाएं.
Burhan wani was not a leader as said by Pak PM Nawaz Sharif, he was a concealed militant who died in an encounter: Mohd Nazeer Mughal. pic.twitter.com/wb9W0QO7dU
— ANI (@ANI) September 22, 2016
पुंछ के ही एक अन्य बुर्जग मोहम्मद नजीर मुगल ने कहा कि बुरहान वानी नेता नहीं था जैसा की नवाज शरीफ ने कहा है. बुरहान वानी एक आतंकी था जो छुपकर रहता था जिसे भारतीय जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को जैसा शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र में दर्शाया वैसा सूबे की स्थिति नहीं है. आतंकियों को पाकिस्तान भारत भेज रहा है और कश्मीर को अशांत कर रहा है. आतंकी यहां की मात्र शांति को ही नहीं भंग कर रहे हैं बल्कि वे विकास और शिक्षा को भी प्रभावित कर रहे हैं.
Pak PM Nawaz Sharif should first look to Pak & the atrocities they do on Balochistan & so called Azad Kashmir: Mohd Sherif Qasmi. pic.twitter.com/GAktaUaB7T
— ANI (@ANI) September 22, 2016
आपको बता दें कि कल संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापते हुए कहा कि कश्मीर में भारतीय सेना लोगों पर अत्याचार कर रही है. मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. उन्होंने कश्मीर से सेना हटाने, कर्फ्यू वापस लेने और सभी राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग यूएन में उठायी. साथ ही कहा कि लोगों की राय जानने के लिए जनमत संग्रह कराया जाये और संयुक्त राष्ट्र कश्मीर हिंसा की जांच करे.
Militancy in J&K is not only hampering its peace but path of growth, development & education as well: Mohd Nazeer Mughal, Poonch local pic.twitter.com/hEUuNS9MdH
— ANI (@ANI) September 22, 2016
Pakistan has no right to infiltrate in India, they should first look at their own country: Mohd Sherif Qasmi, Poonch local. pic.twitter.com/Px8EUbmCiz
— ANI (@ANI) September 22, 2016