विजयवाड़ा : एक चाय की दुकान का यहां उद्घाटन कर भाजपा के चुनावी अभियान का श्रीगणोश करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने नरेन्द्र मोदी को ‘चाय वाला ’ कहने के लिये कांग्रेस सांसद मणि शकंर अय्यर को आज आड़े हाथ लिया. उन्होंने पहली बार जीवन में चाय का स्वाद भी चखा.
नायडू ने शहर के गांधीनगर इलाके में चाय के स्टाल का उद्घाटन करने के बाद वहां चाय पी. उन्होंने कहा ‘‘ मैंने जीवन में पहली बार चाय पी क्योंकि मेरे बडे भाई ने सिखाया था कि चाय सेहत के लिये नुकसानदायक है. ’’पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने ‘चाय वाला ’ टिप्पणी पर कांग्रेस और उसके नेता मणिशंकर अय्यर को आड़े हाथों लिया.दिल्ली में हाल में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अधिवेशन के दौरान अय्यर ने मोदी के बारे में कहा था कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिये एक जगह तलाशनी होगी जहां वह चाय बेच सकें. नायडू ने कहा‘‘ कांग्रेस पार्टी ने अय्यर के बयान की निंदा नहीं और बल्कि उसका समर्थन किया. उनका बयान खुद के रोजगार से जीवनयापन करने और कई अन्य को रोजगार देने वाले हजारों चाय विक्रेताओं का अपमान है. वेंकैया ने कहा ‘‘ आने वाले आम चुनावो में जनता चाय विक्रेताओं का अपमान करने वाले मणि शंकर अय्ययर जैसे कांग्रेस के घमंडी नेताओं को सबक सिखायेगी. ’’ उन्होने कहा ‘‘ अपने 55 साल के शासन में कांग्रेस नेता कई घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त रहे और इस तरह देश का विकास नहीं हो सकता.
विकास का फल आम आदमी तक नहीं पहुंच पाया. ’’ पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा ‘‘ कांग्रेस के शासन में गरीब लोग गरीब ही रहे जबकि अमीर अधिक अमीर बन गये. इसे बदलने की जरुरत है. ’’ उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो वह आम जन की आकांक्षा को पूरा करेगी. ‘‘ जनता मोदी को प्रधानमंत्री देखना चाहती है. वह चाहती है कि जो व्यक्ति पहले चाय बेचता था वह प्रधानमंत्री न बने बल्कि कोई अमेठी से उस पद पर पहुंचे.’’ उनका इशारा वस्तुत: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से था. वेंकैया ने कहा ‘‘ लोग गुजरात में विकास देख रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर पर इसी तरह के विकास की उम्मीद करते हैं. ’’