नयी दिल्ली:दिल्ली सरकार में कानून मंत्री सोमनाथ भारती बुधवार की रात एक्शन में दिखे. दिल्ली में बढ़ रहे अपराध के मद्देनजर उन्होंने मालवीय नगर स्थित खिरकी एक्सटेंशन में छापा मारा. उनको ये जानकारी दी गयी थी कि यहां सेक्स रैकेट और नशीली दवाओं का धंधा होता है. इस छापे में विदेशी महिलाओं सहित कई लोगों को हिरासत में लिया गया है.
वहीं दूसरी ओर मंत्री ने पुलिस से सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. सोमनाथ भारती ने कहा कि जब उन्होंने पुलिस को सहयोग करने को कहा तो उन्होंने कोई सकारात्मक उत्तर नहीं दिया बल्कि उन्हीं से उलझ गये.लोगों की शिकायतों के बाद देर रात करीब 12 बजे सोमनाथ भारती ने मौके का औचक निरीक्षण किया. संदिग्ध गतिविधियां पाए जाने पर उन्होंने फौरन पुलिस को मामले की जानकारी दी. कानून मंत्री का आरोप है कि शिकायत करने के बावजूद पुलिस को मौके पर पहुंचने में 3-4 घंटे लग गए. इस बीच सोमनाथ भारती और पुलिस के अफसर के बीच बहस होने लगी.
ये बहस आम लोगों के सामने और मीडिया के कैमरे के सामने हुई. कानून मंत्री और कानून के रखवाले पुलिस वाले एक-दूसरे पर दोषारोपण करते नजर आए. इस बहस से पहले दिल्ली के कानून मंत्री पुलिस वालों को निर्देश देते नजर आ रहे थे. इस मौके पर मंत्री जी का गुस्सा साफ नजर आ रहा था. कानून मंत्री पुलिस को चुल्लू भर पानी में डूब मरने की नसीहत तक दे रहे थे.
इस पूरे विवाद के बाद सोमनाथ भारती ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा. कानून मंत्री ने आरोप लगाया कि सेक्स और ड्रग्स रैकेट की खबर देने और मौके पर उनके मौजूद रहने के बावजूद पुलिस वाले यहां से भाग रहे थे. सोमनाथ के मुताबिक दिल्ली पुलिस जब कानून मंत्री की नहीं सुनती तो आम लोगों की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है.