पठानकोट : पाकिस्तान की पांच सदस्यीय संयुक्त जांच टीम (जेआइटी) ने दो जनवरी के आतंकी हमले की जांच के सिलसिले में आज भारतीय अधिकारियों के साथ पठानकोट वायुसेना स्टेशन के ‘‘चुनिंदा’ क्षेत्रों को देखा. पाकिस्तान की इस जांच टीम पर विपक्ष के अलावा भाजपा की सहयोगी शिवसेना सहित उसके सांसद आरके सिंह ने भी सवाल उठा दिया है. पूर्व गृहसचिव व बिहार से भाजपा सांसद आरके सिंह ने सवाल उठाया है कि क्या उन्होंने एफआइआर दर्ज किया है? किस एजेंसी ने वह कार्रवाई की थी? क्या उस एजेंसी का एक सदस्य ज्वाइंट इनवेस्टीगेशन टीम का भी सदस्य है?
बस में आयी टीम को वायुसेना स्टेशन के पीछे की ओर से ले जाया गया क्योंकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी :आप: के कार्यकर्ता इसके दौरे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (आतंकवाद रोधक विभाग) मुहम्मद ताहिर राय के नेतृत्व में पाकिस्तानी टीम पहले अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरी और फिर कडी सुरक्षा के बीच सडक मार्ग से पठानकोट के लिए रवाना हुई.
टीम के दौरे के मद्देनजर पंजाब पुलिस की स्वाट टीम सहित बडी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए.
अधिकारियों ने बताया कि जेआईटी ने पठानकोट वायुसेना स्टेशन में चुनिंदा क्षेत्रों को देखा जहां 80 घंटे से अधिक समय तक मुठभेड़ चली थी. इसमें कम से कम चार आतंकवादी मारे गए थे और सात सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे.
प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां और काले झंडे ले रखे थे तथा वे वायुसेना स्टेशन के बाहर नारे लगा रहे थे जहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं.