नयी दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी कैंपस में कथित रूप से देश विरोधी नारेबाजी के मामले में फंसे उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य की हिरासत अवधि 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गयी है. कोर्ट में आज दोनों की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. जिसमें कोर्ट ने दोनों की हिरासत अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया.
इधर इसी मामले में जमानत पर रिहा चल रहे जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार ने दोनों की (उमर और अनिर्बान) जमानत को लेकर संसद तक मार्च किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ हमला बोला.
विरोध मार्च में स्मृति हटाओ के नारे भी लगाये गये. विरोध मार्च की अगुआई कन्हैया कुमार ने किया जिसमें लेखिका अरुंधती रॉय ने भी उनका समर्थन किया और विरोध मार्च में हिस्सा लिया. इस दौरान कन्हैया कुमार को दो लोगों ने धमकी भी दी. हालांकि धमकी देने वाले दोनों व्यक्ति को पुलिसनेगिरफ्तार कर लिया है.
* कैंपस से निकाले जाने की बात का कन्हैया ने किया खंडन
इधर जेएनयू कैंपस से पांच छात्रों को निकाले जाने की खबर पर कन्हैया ने कहा, उन्हें इस तरह की कोई भी नोटिस नहीं मिली है. ज्ञात हो 9 फरवरी को जेएनयू कैंपस में कथित रूप से देश विरोधी नारेबाजी के मामले की जांच कर रही जांच समिति ने कन्हैया समेत पांच छात्रों को कैंपस से निष्कासित करने की सिफारिश की है.