नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों से व्यावहारिक वादे करने चाहिए. लोगों से वैसे वादे करने चाहिए जो पूरे हो सके.मनमोहन सिंह आज कांग्रेस सांसदों की बैठक में इस बात को बोल रहे थे. उन्होंने अपने सांसदों को कहा कि जनता से बाकी पार्टियों की तरह वादे नहीं करना है वैसे वादे करना है जो पूरे हो सके.
उन्होंने कहा कि लोगों तक सरकार की उपलब्धियों को ले जाना है. सांसदों को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि अगले 20 सालों का एजेंड़ा तैयार है.कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में महिलाओं के लिए आरक्षण विधेयक पारित नहीं कर पाने पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने सीपीपी बैठक में उद्देश्य की अधिक एकता एवं अनुशासन की आवश्यकता पर बल दिया.
सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी विधानसभा चुनावों में मिली पराजय से कारणों का पता लगाएगी. उन्होंने पार्टी के सदस्यों से निराश नहीं होने को कहा.उन्होंनेकहा, हमारे विरोधी विभाजन की नीतियों और साम्प्रदायिक हितों की वकालत करते हैं. वे हमारे धर्मनिरपेक्ष लोकाचार का मजाक उड़ाते हैं. हमें उन लोगों के खिलाफ बोलते समय डरना नहीं चाहिए जो केवल संकीर्ण एवं विनाशकारी विकल्प मुहैया कराते हैं.
गौरतलब हो कि आज कांग्रेस सांसदों की बैठक हो रही थी जिसमें सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने अपने सांसदों को संबोधित किया.
सोनिया ने 2014 लोस चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज माना कि हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी की पराजय के लिए अनुशासन और एकता का अभाव भी एक कारण रहा. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इन नतीजों से निराश न होने और 2014 में होने वाले आम चुनाव के लिए तैयार रहने को भी कहा.
सोनिया गांधी ने यहां कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में कहा कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की पराजय के लिए अनेक कारण हैं. यह जाहिर है कि हम जनता को अपनी नीतियों कार्यक्रमों और उपलब्धियों के बारे में बताने में सफल नहीं हो पाये. ऐसा लगता है कि हम उनकी आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पाये.
पार्टी प्रमुख ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, दिल्ली और राजस्थान में पार्टी की पराजय के लिए अनुशासन और एकता के भाव की कमी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, हमें मायूस नहीं होना चाहिए, हमारे सामने एक और संग्राम है, मई 2014 में, जिसके लिए हमें अपने आप को तैयार करना होगा. कांग्रेस पार्टी ने अनेक चुनाव जीते हैं और हारे हैं. जीत हो या हार, हमें यह याद रखना चाहिए कि जनता की सेवा करना हमारा सर्वोपरि दायित्व है.
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव के नतीजे बेहद निराशाजनक हैं लेकिन हमें वर्ष 2014 में होने जा रहे आम चुनाव को लेकर हताश नहीं होना चाहिए. सिंह ने कहा कि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के परिणाम निश्चितरुप से इस बात के संकेत नहीं हैं कि कुछ महीनों के बाद हो होने जा रहे आम चुनावों में क्या होगा.