चंडीगढ़ : अपनी ईमानदारी व अपनी खास कार्यशैली को लेकर चर्चा में रहने वाले आइएएस अधिकारी अशोक खेमका को आखिरकार प्रमोशन मिल गया है. हरियाणा सरकार ने उन्हें प्रधान सचिव के रूप में प्रोन्नत किया है. अशोक खेमका कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की भूमि खरीद की जांच को लेकर चर्चा में आये थे. अशोक खेमका के संबंध में मीडिया में हमेशा ये खबरें आयीं कि सरकारों ने हमेशा उनकी क्षमता से कम कापद उन्हें दिया. अशोक खेमका ने वाड्रा व डीएलएफ कंपनी के बीच भूमि के लेन-देन का खुलासा हरियाणा सरकार के भूमि व भूमि निबंधन विभाग के महानिरीक्षक के रूप में किया था.
अशोक खेमका फिलहाल पुरातत्व व संग्राहलय विभाग, हरियाणा सरकार में सचिव सह महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं. आमतौर पर नौकरशाह सरकार से जुड़े विषयों पर अपनी निजी राय व्यक्त नहीं करते हैं, लेकिन खेमका खुलकर ऐसे मुद्दों पर भी अपना नजरिया रखने वाले अफसर हैं.
अशोक खेमका को प्रोन्नति डिपार्टमेंट प्रमोशन कमेटी यानी डीपीसी के निर्णय के आधार पर मिली है. इस समिति के अध्यक्ष राज्य के मुख्य सचिव होते हैं. गुरुवार को ही इस आशय का निर्णय लिया गया था, जिसका आज खुलासा हुआ है.
50 वर्षीय अशोक खेमका का अबतक 22 साल के सेवा काल में औसतन हर छह महीने में ट्रांसफर होता रहा है. उन्हें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए पुरस्कार भी मिला है.