नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज महिला की अवैध जासूसी मामले में गुजरात सरकार द्वारा घोषित किये गये जांच के आदेश को ‘आईवाश’ और ‘‘मैच फिक्सिंग’’ करार देते हुए खारिज कर दिया. पार्टी ने मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमले जारी रखते हुए इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग की.
पार्टी प्रवक्ता पी सी चाको ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस मैच फिक्सिंग को स्वीकार नहीं किया जायेगा. उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने से कम पर काम नहीं चलेगा. वे रक्षात्मक मुद्रा में हैं इसलिए वह सोचते हैं कि किसी किस्म के ठकोसले से काम चल जायेगा. हम इसको खारिज करते हैं.
उन्होंने कहा कि यह जांच आयोग गठित करना मात्र एक ठकोसला है. आयोग में दो सदस्य हैं एक राज्य के पिछड़ा वर्ग आयोग से हैं और दूसरे वह हैं जो तत्कालीन गृह राज्य मंत्री अमित शाह के अधीन काम कर चुके हैं.
इस पूरे मामले पर मोदी और शाह की चुप्पी के बारे में पूछे जाने पर चाको ने कहा कि पूरे मामले पर उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए. उनकी चुप्पी का क्या मतलब है.
उधर गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने एक प्रस्ताव पारित कर इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग की है.
यह पहल ऐसे समय में की गई है जब राज्य सरकार ने गुजरात उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश ए के भट्ट और राज्य के पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव के सी कपूर को आरोपों की जांच करने के लिए नियुक्त किया है. दो सदस्यीय समिति को तीन महीने में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है.