गाजियाबाद : आरूषि-हेमराज हत्याकांड में तलवार दंपति को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद यहां सीबीआई अदालत के बाहर हंगामा मच गया क्योंकि टेलीविजन चैनलों को जानकारी देने के प्रयास में वकील एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करने लगे और उनमें से दो के बीच हाथापाई हो गई.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्याम लाल ने राजेश और नूपुर तलवार को अपनी बेटी और घरेलू नौकर की हत्या के लिए आज आजीवन कारावास की सजा सुनाई. बचाव या अभियोजन पक्ष में से किसी के साथ भी नहीं जुड़े वकील मीडिया को जानकारी देने के लिए अदालत के बाहर दौड़ पड़े.
नौकरों का प्रतिनिधित्व करने वाले नरेश यादव ने जब मीडिया को जानकारी देनी शुरु की तो उनके बगल में खड़े एक अन्य वकील संजय त्यागी ने अपनी तरफ से विवरण देना शुरु कर दिया.
बात तब बिगड़ गई जब यादव टीवी चैनलों को बाइट दे रहे थे तो एक निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) ने त्यागी के बार-बार हस्तक्षेप करने पर अपना स्वचालित हथियार उनपर तान दिया.
इससे त्यागी और उनके अन्य साथी नाराज हो गए और तुरंत उनके बीच मारपीट शुरु हो गई. अन्य लोगों ने बीच-बचाव करके दोनों को अलग किया. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाये और आरूषि मामले का फैसला कम से कम इन दोनों वकीलों के लिए पीछे चला गया.