बेंगलूर: जासूसी के आरोपों को लेकर कांग्रेस का निशाना बने नरेन्द्र मोदी ने आज पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि उनके खिलाफ सत्तारुढ़ पार्टी साजिशें रच रही है जो ‘भगवा लहर’ और उनकी बढ़ती लोकप्रियता को पचा पाने में अक्षम है.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि कांग्रेस ने उनके खिलाफ बोलने वाले हर किसी पर हमला किया है और संप्रग सरकार सोशल मीडिया को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है.
मोदी की टिप्पणी इन आरोपों के बीच आई है कि उनके विश्वस्त सहयोगी अमित शाह ने बतौर गृहमंत्री 2009 में एक युवती की अवैध जासूसी के लिए शक्तियों और पुलिस मशीनरी का दुरुपयोग किया, इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे पर कीचड़ उछाले.
कोबरापोस्ट और गुलैल नाम के दो खोजी पोर्टल ने 15 नवंबर को दावा किया था कि शाह ने एक ‘साहेब’ के कहने पर अवैध निगरानी का आदेश दिया था. इस दावे के समर्थन में पोर्टल ने शाह और एक आईपीएस अधिकारी के बीच बातचीत का टेप जारी किया. साथ ही यह भी कहा कि इसकी सत्यता प्रमाणित नहीं हो सकी है.
यहां पैलेस ग्राउंड में कड़ी सुरक्षा के बीच हुई रैली हुई. उनकी यात्रा के दौरान करीब 5,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे. भाजपा 2014 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में अच्छी खासी संख्या में सीटें हासिल करने की उम्मीद कर रही है जहां 28 सीटें दांव पर हैं. 2008 में भाजपा ने 18 सीटें जीती थी.
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस हवाई किले में बैठी हुई है. वे लोग (कांग्रेस) ‘इंडोर स्पोर्ट्स’ खेल रहे हैं. हम (भाजपा) ‘ऑउटडोर स्पोर्ट्स’ खेल रहे हैं.’’ उन्होंने केंद्र पर युवाओं को रोजगार मुहैया करने में नाकाम रहने और उन्हें सिर्फ वोट बैंक के तौर पर देखने का आरोप लगाते हुए कहा कि कौशल विकास के लिए संप्रग सरकार का बजट 1,000 करोड़ रुपये का है जबकि गुजरात जैसे छोटे राज्यों ने इसके लिए 800 करोड़ रुपया आवंटित किया है.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी के पास विचारों की अभिव्यक्ति का अधिकार है. ‘‘यदि कुछ लोग कहते हैं कि मोदी को आजीवन जेल में डाल दिया जाए, तो क्या उन्हें ऐसा कहने का अधिकार नहीं है? यदि कुछ लोग कहते हैं कि मोदी को फांसी दे दी जाए, तो क्या उन्हें ऐसा कहने का अधिकार नहीं है? यदि कोई कहता है कि मोदी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए, तो क्या उसे ऐसा कहने का अधिकार नहीं है? ’’ मोदी ने कहा लेकिन कांग्रेस का लोकतंत्र पर यकीन नहीं है.
मोदी ने कांग्रेस पर मुक्त विचारों को रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि गायिका लता मंगेशकर और एक प्रमुख वैश्विक निवेश बैंकिंग फर्म सहित उनके पक्ष में बोलने वाले हर किसी को इस पार्टी ने निशाना बनाया है. उन्होंने कहा कि महज इसलिए कि मशहूर गायिका लता मंगेशकर ने कह दिया कि यदि वह प्रधानमंत्री बनते तो अच्छा होता, इसके (कांग्रेस) नेताओं ने उनका (लता का) भारत रत्न वापस लेने की मांग कर दी.
मोदी ने कहा कि इसी तरह से कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने प्रमुख वैश्विक निवेश बैंकिंग, सिक्यूरिटीज एवं निवेश प्रबंधन फर्म गोल्डमैन सैक को निशाना बनाया क्योंकि उसने कहा था कि भाजपा द्वारा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने से बाजार की धारणा बेहतर हो गई है.