नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी की पटना रैली में सुरक्षा व्यवस्था पर बिहार पुलिस के अव्यवस्थित रवैये से गृह मंत्रालय खफा है क्योंकि रैली स्थल पर विस्फोटों के तीन दिन बाद तक भी परिसर से जिंदा बम पाए गए हैं.गृह मंत्रालय ने बिहार पुलिस के कथित लापरवाहीपूर्ण अंदाज पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘‘श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों के बाद परिसर से जिंदा बम बरामद किए गए.
विस्फोटों के एक दिन बाद जिंदा बम परिसर से मिले. विस्फोटों के दो दिन बाद जिंदा बम मिले और विस्फोटों के तीन दिन बाद भी जिंदा बम मिले.’’ गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इससे यह पता चलता है कि बिहार पुलिस ने प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार की 27 अक्तूबर को पटना में हुई जनसभा में किस प्रकार काम किया.
अधिकारी ने कहा कि पटना में गांधी मैदान मुश्किल से 800 मीटर गुणा 300 मीटर आकार का है और किसी भी पुलिस बल के लिए किसी जनसभा से पूर्व इसकी जांच पड़ताल करना मुश्किल नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘विस्फोटों के तीन दिन बाद तक गांधी मैदान से जिंदा बम मिले. इससे पता चलता है कि बिहार पुलिस ने परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को कैसे लिया.’’