नवादा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दादारी कांड पर आज चुप्पी तोड़ दी. नवादा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, हिंदू- मुस्लिम आपस में ना लड़े, अगर लड़ना है, तो गरीबी से लड़ें. कई नेताओं को प्रधानमंत्री ने बयानबाजी के लिए भी लताड़ते हुए कहा,मैंने गांधी मैदान में भी यही संदेश दिया था. तब यहां के अंहकारी नेता पटना में नहीं थे और वो कहीं और थे. पटना में धमाके हो रहे थे और वो हमारे बयान का मजाक उड़ा रहे थे.
देश को एक रहना है, एकता ,भाईचारा, शांति देश को आगे ले जायेगा. राजनीति में जो नेता अपनी राजनीति आगे बढ़ाने के लिए इस तरह का बयान देते हैं. आप उन नेताओं का बयान मत सुनिये. अगर नरेंद्र मोदी भी इस पूरे मामले पर कुछ कहता है तो उसे भी मत सुनिये अगर सुनना है तो राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का बयान सुनिये. जो देश को जोड़ने की बात करता है. इससे बड़ी बात कोई नहीं कह सकता यह देश को आपस में जोड़ने के लिए एक बड़ा संदेश है.
दादरी मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा था. कई नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मामले पर चुप्पी तोड़नी चाहिए. कई नेताओं ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि अगर इस मामले पर वह बयान नहीं दे सकते तो ट्वीट करके दुख जता देते.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवादा रैली में दादरी मामले पर चुप्पी तोड़कर हिंदू और मुसलमानों को साथ मिलकर गरीबी से लड़ने का संदेश दिया. इस संदेश के जरिये प्रधानमंत्री ने अपने उन विरोधियों पर भी निशाना साधा जो इस मामले पर तरह तरह के बयान दे रहे हैं. इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद कराया कि वह शुरू से विकास के पक्षधर हैं हिंदू मुसलमान के साथ चलने और विकास की ओर आगे बढ़ने की बात वह पहले की कह चुके हैं लेकिन उनके विरोधी हमेशा उनके बयान का मजाक उड़ाते रहे हैं.
It took a few days but finally our Hon PM has broken his silence. We didn't get an outright condemnation but something better than nothing.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 8, 2015