मसूरी: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि नौकरशाहों को राजनीतिक दबाव का सामना करना पड़ता है. उन्होंने इन अधिकारियों को सलाह दी कि वे धैर्य रखें और जो चीजें नहीं की जा सकतीं, उनके बारे में राजनीतिज्ञों को बताएं.
प्रणब ने आईएएस अधिकारियों से कहा कि उन्हें राजनीतिक दबाव या हस्तक्षेप से प्रभावित होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उनसे कहा कि वे राजनीतिक नेताओं की बाध्यता को समङों जो उन लोगों के प्रति जवाबदेह हैं जिन्होंने उन्हें चुना है.
उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में आईएएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि अक्सर हम यह शिकायत सुनते हैं कि बहुत सी चीजें राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से नहीं हो पातीं या कार्यान्वित नहीं की जा सकतीं. मैं इस बात को मानने में कोई झिझक महसूस नहीं करता.’’