नयी दिल्ली : दिल्ली में 1984 के दंगे के पीड़ित और तिलक विहार में सरकार की ओर से आवंटित फ्लैटों में रहने वाले लोगों को पिछले तीन दशकों से मुफ्त बिजली मिलती थी लेकिन अब उन्हें निर्वाध रुप से बिजली प्राप्त करने के लिए नया कनेक्शन लेने को कहा गया है.
इस क्षेत्र में रहने वाले करीब 500 परिवारों का कहना है कि उनके क्षेत्र में बिजली वितरण करने वाली बीएसईएस राजधानी उन्हें नया कनेक्शन लेने के लिए मजबूर कर रही है. परिवारों का दावा है कि नवंबर 1984 की त्रसदी के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पुनर्वास योजना के हिस्सें के तौर पर मुफ्त बिजली का वायदा किया था, हालांकि इसे प्रदर्शित करने के लिए उनके पास कोई रिकार्ड नहीं हैं.
बहरहाल, बीएसईएस का कहना है कि उन्होंने कोई वायदा नहीं किया था और लोगों को निर्बाध बिजली प्राप्त करने के लिए नया कनेक्शन लेना होगा. यहां 944 जनता फ्लैट हैं जिन्हें 1000 केवी के ट्रांसफार्मर के माध्यम से बिजली मिलती है जो छह सितंबर को खराब हो गया. बीएसईएस ने अस्थायी तौर पर 600 केवी का ट्रांसफार्मर लगाया है और कहा है कि ऐसे क्षेत्र में निवेश करने का कोई अर्थ नहीं है जहां से शून्य राजस्व मिलता हो.