नयी दिल्ली: खाद्य सुरक्षा विधेयक को एक ‘‘इतिहास बनाने का अवसर’’ बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सभी दलों से पुरजोर अपील की कि वे आपसी मतभेदों को भुलाकर इस विधेयक को कानून की शक्लदेने में सहयोग करें.
उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक बड़ा संदेश देने का समय है कि भारत अपने सभी देशवासियों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी उठा सकता है.’’उन्होंने कहा, ‘‘ हमने 2009 के चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि सभी वर्गो , खासतौर पर कमजोर तबके को पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराएंगे. आज हमें यह वादा निभाने की खुशी हो रही है. ’’कुछ दलों द्वारा विधेयक के प्रावधानों और इसे लागू करने के लिए भारी बजटीय आवंटन की जरुरत को लेकर उठाए गए सवालों के जवाब में सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘ कुछ लोग सवाल उठाते हैं कि क्या हमारे पास साधन हैं ? सवाल ये नहीं है कि हमारे पास साधन हैं कि नहीं. सवाल साधनों का नहीं है. साधन जुटाने ही होंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कुछ लोग कहते हैं कि क्या ये किया जा सकता है? सवाल ये नहीं है कि क्या हम ये कर सकते हैं? हमें ये करना ही है.’’ सोनिया ने कहा, ‘‘ इस विधेयक के जरिए हमारे पास इतिहास बनाने का एक अवसर है. अत: मेरी विनम्र अपील है कि जनतांत्रिक प्रतिनिधियों के रुप में हम इस विधेयक को कानून की शक्ल दें.’’