मुंबई: भारतीय नौसेना ने आज कहा कि उसने हादसे का शिकार हुई पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक के अगले कम्पार्टमेंट तक पहुंचने में कामयाबी हासिल कर ली है.
पनडुब्बी की मौजूदा स्थिति और उसकी हिफाजत के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.
सिंधुरक्षक से छठा शव बरामद
प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझते हुए नौसेना के बचावकर्मियों ने कल शाम पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक से एक और व्यक्ति का शव निकाला जिसके साथ ही अबतक बरामद शवों की संख्या छह हो गयी है.
नौसेना के सूत्रों के मुताबिक बचाव दल ने इस पनडुब्बी में फंसे 18 व्यक्तियों में पांच के बुरी तरह जले हुए शव निकाले थे. नौसेना प्रशासन को आशंका है कि पनडुब्बी में मौजूद अन्य लोग भी जलकर मर गए होंगे. सूत्रों ने कहा, ‘‘एक और नाविक का शव कल देर शाम पनडुब्बी से बरामद किया गया. ’’ नौसेना के गोताखोंरों को पनडुब्बी के अंदर ढूढने में भारी परेशानी हो रही है.इससे पहले नौसेना के चिकित्सा अधिकारियों ने आईएनएस सिंधुरक्षक पर सवार 18 कर्मियों के परिवार के सदस्यों का रक्त का नमूना लेना शुरु कर दिया ताकि डीएनए मिलान किया जा सके.
रक्त के नमूने पीड़ितों के जले हुए शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए रक्त के नमूने की जरुरत होगी ताकि पहचान स्थापित की जा सके.रक्षा प्रवक्ता ने आज बताया कि इससे पहले अब तक बरामद पांच शवों का पोस्टमार्टम किया गया.
इस बीच, पीड़ित परिवारों को मुंबई की उस गोदी में ले जाया गया जहां पनडुब्बी ने लंगर डाल रखा था. पीड़ित परिवारों को नौसेना ने मुंबई में ठहराया था. रुस निर्मित पनडुब्बी पर तीन अधिकारियों समेत 18 नौसेनाकर्मी सवार थे जब मंगलवार की रात सिलसिलेवार धमाकों के बाद उसमें आग लग गई.