नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं के निशाने पर रहे.कांग्रेस नेताओं में से किसी ने उन्हें राष्ट्रीय शर्म बताया तो किसी ने उन्हें अभी अभी बाहर निकला कुएं का मेंढक बताया जबकि कुछ ने उन्हें सत्ता का भूखा और अज्ञानता का प्रतीक बताया.
मोदी द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर किये गये तीखे हमले के एक दिन बाद आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में अति महत्वाकांक्षी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने की होड लग गयी और उनसे कहा कि पहले वह भाजपा के अंदर ही अपनी स्वीकार्यता प्राप्त करें.वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी राष्ट्रीय शर्म हैं.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, मोदी भाजपा के लिए कीमती हो सकते हैं लेकिन वह राष्ट्रीय शर्म हैं. मैं यह बात बिना किसी हिचकिचाहट के कह सकता हूं. वह दंभी हैं और गुजरात के विकास माडल के बारे में बड़े बड़े दावे करते हैं. भाजपा नेता पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, मोदी का भाषण सुनने के बाद मुङो ऐसा लगा कि प्रधानमंत्री ने अज्ञानता और निरक्षरता के खिलाफ संर्घष की आवश्यकता की जब बात की तब ऐसा लगता है कि उनके दिमाग में मोदी जैसे लोग रहे होंगे.
देहरादून में विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, उनके बारे में क्या कहना. वह ऐसे मेढक की तरह हैं जो अभी-अभी बाहर निकला है कुएं से और इस विशाल संसार में अपने लिये जगह तलाश रहा है.खुर्शीद ने कहा, हम भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. पहले उन्हें :मोदी: भाजपा में अपना वर्चस्व बनाना चाहिए. फिलहाल तो वह अपनी पार्टी भाजपा को ही विश्वास में नहीं ले पा रहे हैं.कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस तरीके से मोदी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है उन्होंने सभी स्थापित नियमों एवं परंपराओं को तोड़ दिया है. इसके पीछे उनकी अति महत्वाकांक्षा है. अब उनके लिए कोई सीमा नहीं है. वह सभी सीमाओं को पार कर गये हैं.
गुजरात के भुज में कल प्रधानमंत्री पर मोदी के हमले को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा परोक्ष रुप से नापसंद किये जाने के बयान के संदर्भ में कांग्रेस महासचिव ने मोइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखा, मोदी के स्वतंत्रता (दिवस) के भाषण पर, मेरी और आडवाणी जी की समान राय हैं. मोदी की सत्ता की भारी भूख की कोई सीमा नहीं है.कांग्रेस सांसद राशिद अल्वी ने उर्दू का एक शेर पढते हुए कहा कि सिर्फ भाषण और प्रचार मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंचा सकता.