नई दिल्ली : तेलंगाना राज्य के गठन के कांग्रेस और इसके सहयोगियों के फैसले पर आंध्र प्रदेश में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच पार्टी नेता दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि किसी राज्य को किसी परिवार की तरह बांटने का फैसला एक अप्रिय निर्णय है लेकिन एक समय आता है जब दोनों के हित में यह करना पड़ता है.कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में तेलंगाना विरोधी नेताओं के दबाव के बावजूद कल तेलंगाना गठन का प्रस्ताव पारित कर दिया गया था.
फैसले की घोषणा करते हुए पार्टी नेताओं ने उल्लेख किया था कि यह एक कठिन फैसला था और एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर दावा किया था कि कठिनाइयां न सिर्फ फैसला लेने में आईं, बल्कि इसे कार्यान्वित करना भी कठिन होगा.
सिंह ने ट्विटर पर लिखा है, किसी राज्य को किसी परिवार की तरह बांटने का फैसला अप्रिय होता है, लेकिन एक समय आता है जब दोनों के हित में यह करना पड़ता है.इसके साथ ही उन्होंने तेलंगाना के गठन पर राज्य के अन्य क्षेत्रों..रायलसीमा और सीमांध्रा के लोगों की आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की.
उन्होंने लिखा, मेरी समझ में नहीं आता कि आंध्र प्रदेश के लोग खतरा क्यों महसूस करते हैं ? जब वे हैदराबाद के पंजीकृत मतदाता हैं तो वे हैदराबाद के निवासी हैं. सिंह ने अलग से एक ट्वीट में कहा, भारत के प्रत्येक नागरिक को देश के किसी भी हिस्से में संपत्ति के स्वामित्व का अधिकार है. इसलिए, कुछ लोगों की चिंताएं अनुचित हैं.