तिरुवनंतपुरम: केरल में बार रिश्वत घोटाले में वित्त मंत्री के एम मणि के खिलाफ आरोपों की पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने मणि के इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया है. दरअसल, सत्तारुढ यूडीएफ की अगुवाई कर रही कांग्रेस ने आर बालकृष्ण पिल्लै की अगुवाई वाली सहयोगी केरल कांग्रेस (बी) को गठबंधन से हटाने का परोक्ष रुप से समर्थन किया था.
चांडी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस मुद्दे पर सरकार के रुख को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है. सरकार का मणि में पूरा भरोसा है और वह विधानसभा के आगामी सत्र में राज्य का 2015-16 का बजट पेश करेंगे.’’ इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केपीसीसी प्रवक्ता एम एम हसन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोर्चा में रहते हुए मोर्चा नेताओं के खिलाफ बयान से गठबंधन में संकट पैदा हुआ है.’’
फ्रंट से निकाले जाने की स्थिति में प्रसन्नता होने संबंधी पिल्लै के बयान का हवाला देते हुए हसन ने कहा कि ऐसी स्थिति में मोर्चा के भावनात्मक जुडाव से उन्हें आजाद करने के लिए यूडीएफ को कदम उठाना चाहिए.
पिल्लै ने यह भी कहा था कि भावनात्मक रुप से यूडीएफ छोडना उनके लिए कठिन होगा क्योंकि इसको बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.