नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि दिल्ली में हाल में बच्चों के साथ बलात्कार की हालिया घटनाओं ने महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में ‘‘बार बार विफलता’’ को उजागर किया है.
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय विशाखा फैसले को लागू करने के अनुरोध पर जल्द ध्यान दे ताकि महिला वकीलों के लिए अधिक उपयुक्त कार्य माहौल सुनिश्चित हो सके. मुखर्जी ने कहा, ‘‘दिल्ली में बच्चों पर नृशंस हमले एवं बलात्कार की हालिया घटनाओं ने हमारे समाज की सामूहिक अंतरात्मा को झकझोर दिया है.
इन घटनाओं ने हमारे मूल्यों के क्षरण एवं हमारी महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बार बार हमारी नकामी पर तुरंत आत्मनिरीक्षण की जरुरतों को उजागर किया है. हमें हर समय महिलाओं की गरिमा और सम्मान को सुनिश्चित करना होगा.’’ राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि शीर्ष न्यायालय को महिला वकीलों द्वारा दायर जनहित याचिका पर जल्द ध्यान देना चाहिए. इस याचिका में विशाखा मामले में पूर्व ऐतिहासिक फैसले के अनुसार अदालतों में अधिक उपयुक्त एवं सुरक्षित माहौल कायम करने का अनुरोध किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता चला कि महिला वकीलों के एक समूह ने उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर विशाखा मामले में अदालत के स्वयं के फैसले को लागू करने का अनुरोध किया. इसमें महिला वकीलों के लिए अदालतों में ज्यादा उपयुक्त कार्यस्थल माहौल मुहैया कराने का अनुरोध किया गया है. मैं निश्चिंत हूं कि उच्चतम न्यायालय इस मामले में जल्द ध्यान देगा.’’