नयी दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि वह महसूस करते हैं कि बटला हाउस में पुलिस और इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के आतंकियों के बीच मुठभेड सही थी और उन्हें इस बात का संतोष है कि अभियोजन पक्ष अदालत में मामले को साबित कर सका. जिस समय बटला हाउस मामला हुआ था, उसकी जांच की निगरानी बतौर तत्कालीन गृह मंत्री चिदंबरम ने की थी.
चिदंबरम ने कहा कि दिल्ली के बटला हाउस इलाके में मुठभेड 2008 में उनके गृह मंत्री का पद संभालने से पहले हुई थी और जब उनके सहयोगियों में से एक ने सुझाव दिया कि मुठभेड फर्जी हो सकती है तो उन्होंने मामले के साक्ष्य निजी तौर पर देखे थे और जांचकर्ताओं से बातचीत की थी.
वित्त मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कागजों के अध्ययन और अधिकारियों से बातचीत में उन्होंने काफी समय लगाया और वह इस बात से संतुष्ट थे कि मुठभेड सही थी. दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमने एक बहादुर पुलिस अधिकारी खो दिया. ‘‘मुझे बताया गया है कि एकमात्र पकडा गया आतंकवादी दोषी ठहराया गया है. मुझे खुशी है कि पुलिस इस मामले को साबित करने में सफल रही.’’