नयी दिल्ली : अपने बयानों से पार्टी को मुश्किल में डालने वाले उन्नाव के भाजपा सांसद साक्षी महाराज को नोटिस जारी किए जाने की जानकारी नहीं है. उनके बयान से लगातार पार्टी विपक्ष के निशाने पर आता रहा है जिस कारण भाजपा ने सोमवार को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आज मीडिया के सवालोंपर वे भड़कते नजर आये.
उन्होंने एक के बाद एक कई विवादास्पद बयान दिए जाने के विरुद्ध पार्टी की ओर से उन्हें कारण बताओ नोटिस दिए जाने से अनभिज्ञता जताने के साथ ही कहा कि अगर ऐसा है भी तो यह दल का अंदरुनी मामला है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे किसी नोटिस की जानकारी नहीं है. अगर पार्टी ने कोई नोटिस जारी किया है, तो मेरे दफ्तर को मिला होगा. मुझे कोई सूचना नहीं है.’’
भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘यह भाजपा का अंदरुनी मामला है और इसका मीडिया से कुछ लेना-देना नहीं है. अगर मैंने कुछ गलत कहा है तो हो सकता है पार्टी ने मुङो नोटिस दिया हो। मैं उसका जवाब दूंगा.’’ लोकसभा में उत्तर प्रदेश की उन्नाव सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले साक्षी महाराज आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी आए हैं. रेलवे स्टेशन पंहुचने पर मीडिया ने नोटिस के संदर्भ में उनसे कई सवाल किए लेकिन वे उनका सीधा जवाब देने से बचते रहे.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर पार्टी ने कल उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे इस बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा कि हाल ही में उनके विवादित बयान को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जाए. भाजपा सूत्रों ने यहां बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर नोटिस भेजा गया है और साक्षी को यह बताने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है कि ‘‘ चेतावनी दिए जाने के बाद भी ऐसे विवादित बयान क्यों देते रहे जो पार्टी की नीति के खिलाफ है.’’
साक्षी महाराज हाल में उस समय विवादों में आए थे जब उन्होंने हिन्दू महिलाओं से कम से कम चार बच्चे पैदा करने को कहा है. इससे पहले उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘‘देशभक्त’’ बताया था जिसके लिए उन्हें संसद में माफी मांगनी पडी. भाजपा ने उनके विवादास्पद बयानों से अपने को अलग करते हुए पार्टी के जन प्रतिनिधियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे विवादास्पद टिप्पणियां नहीं करें.