बेंगलूर : केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आज कहा कि केवल सरबजीत सिंह के मुद्दे पर भारत, पाकिस्तान के साथ वार्ता प्रक्रिया को नहीं तोड़ सकता है क्योंकि इससे कोई उद्देश्य हासिल नहीं होगा.
सरबजीत मुद्दे पर एक प्रश्न के उत्तर में सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम क्षुब्ध हैं. लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि जमीनी स्तर पर हमें पाकिस्तान के साथ वार्ता प्रक्रिया समाप्त कर देना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सरबजीत सिंह का संरक्षण करना चाहिए था लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहा. मंत्री ने कहा, ‘‘आपको (पाकिस्तान को) सरबजीत का संरक्षण करना चाहिए था क्योंकि वह आपकी जेल में था, जैसे कि हमने कसाब के साथ किया.’’उन्होंने कहा कि भारत ने कसाब का तब तक संरक्षण किया जब तक उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में निर्णय नहीं सुना दिया.
सिब्बल ने कहा कि सरबजीत सिंह से जैसा वर्ताव हुआ, उससे सरकार और देश की जनता अप्रसन्न है और इससे पाकिस्तान के साथ भारत के वार्ता प्रक्रिया पर आगे कुछ प्रभाव पड़ सकता है लेकिन भारत केवल इस आधार पर पाकिस्तान के साथ वार्ता नहीं तोड़ सकता है. गौरतलब है कि सिब्बल की प्रतिक्रिया तब सामने आई है जब भाजपा ने इस घटना के मद्देनजर पाकिस्तान के साथ सभी राजनयिक संबंध तोड़ने की मांग की है.