।।संप्रग को घेरने की रणनीति पर किया मंथन।।
नयी दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने सामने आये आपसी मतभेदों को दरकिनार करते हुए आज पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में साथ में बैठे और कांग्रेस नीत संप्रग सरकार से मुकाबला करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया.
पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक और उसके बाद संसदीय बोर्ड की पार्टी महासचिवों के साथ बातचीत को पार्टी सूत्रों ने अच्छे माहौल में संपन्न हुआ बताया. बैठक में पार्टी महासचिवों के विचार आमंत्रित किये गये थे जिन पर शीर्ष नेतृत्व ने मंथन किया.
आडवाणी ने बोर्ड की बैठक में कुछ विषयों पर सुझाव दिये और मोदी तथा अन्य नेताओं के विचारों पर सहमत दिखाई दिये. पार्टी सूत्रों के मुताबिक तीन घंटे से अधिक चली बैठक में पूरे समय उनके हाव-भाव ‘सकारात्मक’ दिखाई दिये.
भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘हमने अपनी आंतरिक समस्याओं से खुद को उबार लिया है. अब मुद्दा भ्रष्टाचार, महंगाई, आर्थिक विकास में मंदी तथा आंतरिक सुरक्षा के विषयों पर कांग्रेस को घेरने का है.’’ आडवाणी ने पिछले महीने मोदी को भाजपा की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाये जाने के बाद पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था लेकिन संघ प्रमुख मोहन भागवत के हस्तक्षेप के बाद वह मान गये थे.
संसदीय बोर्ड में केंद्र सरकार द्वारा सीबीआई के कथित दुरपयोग के मामले पर भी चर्चा की गयी. इसमें ताजा मामला इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबीआई के आरोपपत्र से संबंधित है.