-दीपक भारद्वाज हत्याकांड-
नयी दिल्ली : रियल एस्टेट कारोबारी दीपक भारद्वाज हत्याकांड के चार आरोपियों को आज यहां की एक अदालत ने नौ मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इन आरोपियों में दो कथित शूटर भी शामिल हैं. मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट प्रशांत शर्मा ने कथित शूटरों पुरुषोत्तम राणा और सुनील मान समेत चारों आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी. इससे पहले आरोपियों के रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया गया था.
अदालत में पेश किए गए अन्य लोगों में कार का चालक अमित और हथियारों की कथित तौर पर आपूर्ति करने वाला प्रदीप शामिल था. जिस कार में कथित तौर पर सवार होकर राणा और मान गत 26 मार्च को 62 वर्षीय स्थानीय बसपा नेता भारद्वाज की हत्या करने के लिए उनके फार्म हाउस गए थे उसका चालक अमित था. अदालत ने आरोपियों की न्यायिक हिरासत तब बढ़ा दी जब दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस मामले में उसकी जांच जारी है. भारद्वाज के छोटे बेटे नीतेश और वकील बलजीत सिंह सहरावत को नौ अप्रैल को मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और वे राकेश के साथ न्यायिक हिरासत में हैं.
राकेश उस कार का मालिक था जिसका इस्तेमाल अपराध में किया गया. पुलिस के अनुसार स्वयंभू तांत्रिक स्वामी प्रतिभानंद अब भी फरार है और उसकी इस मामले में गिरफ्तारी की जानी बाकी है. पुलिस ने कहा था कि राणा और मान अपराध से पहले प्रतिभानंद से मिलने गए थे और अपराध की साजिश कथित तौर पर अमित के घर पर रची गई थी. मान और राणा को गत एक अप्रैल को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वे पटियाला हाउस अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण करने आए थे.