फैजाबाद:अयोध्या में मणिरामदास छावनी सेवा ट्रस्ट से जुड़े गंगा भवन मंदिर के महंत विजयराम दास की का शव शुक्रवार को मंदिर परिसर से बरामद किया गया. महंत के शव के पास कुल्हाड़ी पड़ी मिली. पुलिस को आशंका है कि महंत को कुल्हाड़ी से मार कर मौत के घाट उतार दिया गया. पुलिस को छानबीन के दौरान मंदिर से चूड़ियों के टूटे टुकड़े और कंडोम भी मिले हैं. एसएसपी केबी सिंह ने बताया कि महंत विजयदास के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर गहरी चोट के निशान मिले हैं. घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाये गये हैं, जिनके आधार पर पुलिस जल्द ही हत्या की गुत्थी सुलझाने में कामयाब होगी.
बिहार के थे महंत
उधर, रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी कमलनयन दास ने कहा कि विजयराम दास से किसी का कोई विवाद नही था और न ही उनकी देखरेख में संचालित कोई मंदिर विवादित था. विजयराम दास मूल रूप से बिहार के रहनेवाले थे और बचपन से ही महंत नृत्यगोपाल दास के शिष्य बन कर अयोध्या में रह रहे थे. बाद में महंत नृत्यगोवाल दास ने ही उन्हें गंगा भवन मंदिर का महंत बनाया था.