सबरीमला : सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होने के साथ मंदिर की आय दो महीने से चल रही तीर्थयात्रा के पहले 20 दिनों में ही 69 करोड़ रुपये के पार पहुंच गई है.
धर्मस्थल के मामलों के प्रबंधक त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) ने बताया कि इस वर्ष छह दिसंबर तक मंदिर राजस्व 69.39 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. यह 2018-19 तीर्थयात्रा की इसी अवधि की आय से 27.55 करोड़ रुपये अधिक है.
टीडीबी के एक सदस्य विजयकुमार ने कहा कि पिछले इस समय तक राजस्व 41.84 करोड़ रुपये था. इस पवित्र स्थल को मंडल पूजा के लिए 16 नवंबर को खोल दिया गया था. ‘अरवन प्रसाद’ की बिक्री से 28.26 करोड़ जबकि ‘अप्पम प्रसाद’ से 4.2 करोड़ की आय हुई.
‘हुंडी’ संग्रह से 23.58 करोड़ की आय हुई. पिछले साल 28 सितंबर को उच्चतम न्यायालय द्वारा सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने और राज्य की वाम मोर्चा सरकार द्वारा इसका अनुपालन करने की प्रतिबद्धता जताए जाने के बाद दक्षिणपंथी संगठनों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए थे.
भूमाता दल की नेता तृप्ति देसाई को 10-50 वर्ष की आयु की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के कारण इस वर्ष एक बार फिर कोच्चि से ही लौटना पड़ा. पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें सुरक्षा देने से इनकार कर दिया.