श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को कहा कि इंटरनेट और फोन सेवाएं बंद कर दी गयी हैं क्योंकि लोगों को एकत्र करने तथा युवाओं को बरगलाने में ये आतंकवादियों और पाकिस्तान के लिए ज्यादा उपयोगी है.
उन्होंने संकेत दिया कि सेवाएं कुछ और समय तक स्थगित रहेंगी. केंद्र द्वारा पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने की घोषणा किये जाने के बाद राज्यपाल पहली बार संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे. इसमें मलिक ने कहा कि इंटरनेट सबसे खतरनाक औजार है जिसका इस्तेमाल आतंकवादी और पाकिस्तानी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए करते हैं. मलिक ने कहा, इंटरनेट का माध्यम हमारे लिए थोड़ा उपयोगी है, लेकिन यह आतंकवादियों, पाकिस्तानियों के लिए अधिक उपयोगी है. इसका इस्तेमाल भीड़ जुटाने और बरगलाने के लिए भी किया जाता है. उन्होंने कहा, "यह हमारे खिलाफ एक तरह का हथियार है, इसलिए हमने इसे रोका है और हम धीरे-धीरे इसे बहाल कर देंगे.
सरकार ने पांच अगस्त को केंद्र की घोषणा से कुछ घंटे पहले लैंडलाइन और मोबाइल फोन तथा इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था. मलिक ने कहा कि अधिकारियों ने ज्यादातर इलाकों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध को कम कर दिया है. मलिक ने कहा, हम संभवत: कुछ समय बाद इंटरनेट को चालू कर देंगे जो लोगों को सहन करना होगा क्योंकि यह सबसे खतरनाक औजार है. उसी माध्यम का उपयोग करके पूरा झूठ फैलाया जाता है. उन्होंने कहा कि 96 एक्सचेंजों में से 46 में लैंडलाइन टेलीफोन चालू कर दिये गये हैं और स्थिति सुधरने के साथ ही मोबाइल फोन सेवाओं में भी राहत दी जायेगी.