श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में बुधवार को हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया. इस मुठभेड़ में एक पुलिस कर्मी की जान चली गयी और एक उप निरीक्षक घायल हो गया.दूसरी पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में 22 वर्षीय एक युवक की मौत हो गयी.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बारामूला में मुठभेड़ मंगलवार को शुरू हुई थी. उन्होंने बताया कि पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने तथा राज्य का दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजन किये जाने के बाद यह आतंकवाद विरोधी पहला अभियान था. अधिकारी ने बताया कि मृतक आतंकवादी की पहचान मोमिन गोजरी के तौर पर हुई है जो बारामूला का निवासी था. अधिकारी ने बताया कि गोजरी लश्कर के एक संगठन से जुड़ा था और कई आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्री भी बरामद हुई है. अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एसपीओ बिलाल अहमद शहीद हो गये और एसआई अमरदीप परिहार घायल हुए हैं. उन्हें बादामी बाग छावनी स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दूसरी ओर पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में 22 वर्षीय एक युवक की मौत हो गयी. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार देर रात मेंढर सेक्टर के डब्राज गांव में एक मकान पर मोर्टार का एक गोला गिरा, जिसमें मोहम्मद अब्दुल करीम गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे फौरन ही पास के एक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मेंढर और कृष्णा घाटी सेक्टरों में मंगलवार को नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से मोर्टार दागे गये और गोलीबारी की गयी. इसमें थल सेना के सैनिक नाइक रवि रंजाम कुमार शहीद हो गये, जबकि चार अन्य कर्मी घायल हो गये. पाकिस्तानी गोलाबारी में करीब आधा दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. पाकिस्तान की इस हरकत के चलते दोनों सेक्टरों में एहतियाती कदम उठाते हुए फायरिंग रेंज के तहत पड़ने वाले स्कूलों को बंद करना पड़ा. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को स्कूल फिर से खुले.