नयी दिल्ली: जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार दिए जाने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के भारत सरकार के फैसले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. दोनों देशों के बीच इस मसले पर उपजी तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है. पाकिस्तान ने पहले तो इस्लामाबाद स्थित दूतावास में मौजूद भारतीय राजदूत अजय बिसारिया से कहा कि वो वापस चले जाएं वहीं दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास से अपने राजदूत को वापस बुला लिया. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया.
'परमात्मा पाकिस्तान जैसा पड़ोसी किसी को ना दे'
पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आप दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है और भगवान करे कि किसी को पाकिस्तान जैसा पड़ोसी ना मिले.
समझौता एक्सप्रेस सेवा निलंबित किए जाने की खबर
अब पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से खबर आ रही है कि पाकिस्तान की सरकार ने समझौता एक्सप्रेस सेवा को निलंबित करने का फैसला किया है. पाकिस्तान की मंशा राजनयिक संबंधो को सीमित करके भारत पर कूटनीतिक दवाब बनाने की है. पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधो को भी खत्म करने का फैसला किया है. हालांकि जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान इन फैसलों से भारत पर कोई खास दबाव नहीं बना पाएगा.
करतापुर कॉरिडोरके निर्माण पर नहीं होगा असर
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अपनी चिंता जताई है. बता दें कि पिछले साल भारत और पाकिस्तान की सरकार ने मिलकर ये फैसला किया था कि करतारपुर कॉरिडोरको खोला जाए ताकि भारत में रहने वाले सिख समुदाय के लोग सिखों के पवित्र स्थल और गुरू नानक देव के जन्मस्थान ननकाना साहिब के दर्शन कर सकें. अमरिंदर सिंह ने चिंता जाहिर की थी कि दोनों देशों की तल्खी से कॉरीडोर बनाने की योजना खटाई में पड़ सकती है.
उन्होंने कहा कि, कश्मीर से अनुच्छेद 370 का हटाया जाना हमारा आंतरिक मसला है और पाकिस्तान ने राजनयिक संबंधों को खत्म करने की घोषणा करके साक्षा प्रयासों पर ब्रेक लगाने का काम किया है. हालांकि कुछ समय बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके कैप्टन अमरिंदर सिंह की चिंताओं को विराम दिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव का असर करतारपुर कॉरीडोर के निर्माण पर नहीं पड़ेगा और उस पर पूर्ववत काम चलता रहेगा.