नयी दिल्ली : ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति को यह बताया कि एक दूसरे की चिंताओं और हितों का सम्मान करने से ही दोनों देशों के बीच बातचीत का माहौल तैयार होगा.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री मोदी की पिछले सप्ताह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए की गयी ब्राजील यात्रा के संबंध में अपनी ओर से दिये गये एक बयान में संसद को बताया कि मोदी ने चीन के राष्ट्रपति को सूचित किया कि भारत और चीन के पास न केवल एक दूसरे के विकास को कार्यान्वित करने के बल्कि एशिया तथा विश्व शांति , स्थिरता और प्रगति में योगदान देने के लिए मिलकर काम करने के अपार अवसर हैं.
मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों प्राचीन सभ्यताओं के बीच लोगों के और अधिक आपसी संपर्क से हमारे संबंधों को अत्याधिक मजबूती मिल सकती है.उन्होंने आपसी संबंधों को पूरी क्षमता से मूर्त रुप देने के लिए परस्पर विश्वास तथा भरोसे को महत्व देने के साथ साथ अपने साझा पडोस में तथा सीमा पर शांति एवं अमन चैन बनाए रखने और एक दूसरे के हितों तथा सरोकारों का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया.
सुषमा ने बताया कि मोदी द्वारा दोनों देशों के हितों और चिंताओं को साझा किए जाने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आपसी संबंधों की वास्तविक क्षमता का पूरा उपयोग करने के लिए सही माहौल तैयार करने और दोनों देशों के बीच और अधिक संपर्क तथा मेल मिलाप के उनके विचार से सहमति जतायी.
विदेश मंत्री ने बताया कि राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि वे इस वर्ष के दौरान भारत की प्रस्तावित यात्रा पर आने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भी चीन आने का निमंत्रण दिया.सुषमा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जल्द ही अनुकूल समय में चीन की यात्रा करने के अपने इरादे से चीनी राष्ट्रपति को अवगत कराया.