नयी दिल्ली:मोदी सरकार के कार्यकाल में सोमवार से शुरू हो रहे संसद के पहले बजट सत्र में विपक्ष महंगाई, रेल किराये में बढ़ोतरी, गैस की कीमतों में इजाफा और इराक में अगवा भारतीय नागरिकों के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलने के लिए तैयार है. वहीं, केंद्र सरकार जनहित के सभी मुद्दों पर नियमों के तहत चर्चा कराने के लिए तैयार है. शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन की ओर से बुलायी सर्वदलीय बैठक में बजट सत्र को सुचारू चलाने और सदन में बेहतर समन्वय को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं के साथ चर्चा की गयी.
लगभग दो घंटे चली बैठक में स्पीकर ने बताया कि बजट सत्र के दौरान कुल 28 बैठकें होंगी और काम काज के लिए 168 घंटे निर्धारित किये गये हैं. 31 जुलाई से पहले रेल और आम बजट पारित कराना होगा. बजट सत्र 14 अगस्त, 2014 तक चलेगा. उन्होंने बताया कि दोपहर के भोज पर बुलायी गयी इस बैठक में कुछ राजनीतिक दलों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग, जिस पर सरकार की ओर कहा गया कि वह नियमों के तहत चर्चा को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्वदलीय बैठक में उपस्थित नहीं हो सकें, लेकिन उन्हें बाद में भोजन पर आमंत्रित किया गया, जहां सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से मिले.
नेता प्रतिपक्ष पर फैसला नहीं स्पीकर ने सदन में सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के नेता को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिये जाने के सवालों को टाल दिया. हालांकि, उन्होंने कहा था कि वह सात जुलाई से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र से पहले इस बारे में निर्णय कर लेंगी. उन्होंने लोकसभा उपाध्यक्ष के चुनाव के संबंध में पूछे गये सवालों का भी जवाब नहीं दिया. सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने केवल इतना कहा कि बैठक सदन में उठाये जाने वाले मुद्दों को लेकर थी. एक केंद्रीय मंत्री ने कहा, कांग्रेस ने जब इस दर्जे के लिए औपचारिक रूप से कोई मांग नहीं की है, तो स्पीकर अपनी तरफ से कोई निर्णय कैसे कर सकती हैं.
प्रस्ताव पर बहस के दौरान हो चर्चा : नायडू
संसदीय मामलों के मंत्री एम वेंकैया नायडू ने बताया कि बैठक में विपक्षी दलों ने महंगाई, रेल किराये में बढ़ोतरी, तमिल मछुआरों की समस्या और संघर्षरत इराक में भारतीयों के फंसे होने के मुद्दों को उठाने की मांग की है. स्पीकर ने कहा कि राजनीतिक दल जिन विषयों पर चर्चा कराना चाहते हैं, कार्य मंत्रणा समिति की बैठकों में उन पर फैसला कर लिया जायेगा. रेल बजट और आम बजट पर होनेवाली चर्चाओं से इतर भी अन्य विषयों पर अलग से चर्चाएं करायी जा सकती हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि इन मुद्दों पर बजट प्रस्ताव पर बहस के दौरान ही चर्चा हो तो ज्यादा बेहतर रहेगा.
बैठक में ये हुए शामिल
बैठक में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस के मल्लिकाजरुन खड़गे, तृणमूल के कल्याण बनर्जी, बीजद के भृतुहरि महताब सहित अन्य नेता मौजूद थे.